बलिया। यूपी में अवैध अतिक्रमण को हटाने के लिए लगातार बुलडोजर की कार्रवाई की जा रही है। इस दौरान प्रशासन का बुलडोजर भाजपा कैंप कार्यालय जा पहुंचा और अवैध निर्माण को जमींदोज कर दिया। बुलडोजर कार्रवाई के बाद भाजपा के नेता कार्रवाई पर सवाल उठा रहे हैं। साथ ही कार्रवाई की निंदा कर रहे हैं।
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बता दें कि बलिया जिला प्रशासन जिले में अतिक्रमण हटाओ अभियान चला रही है। इस दौरान चित्तू पांडे इलाके के इंदिरा मार्केट में स्थित भाजपा कैंप कार्यालय पर पहुंचकर जिला प्रशासन के अधिकारियों ने भाजपा कैंप कार्यालय को अवैध बताकर बुलडोजर की कार्रवाई कर दी। इस दौरान यूपी पुलिस के कई पुलिसकर्मी भी मौजूद थे।
“हमें तो अपनों ने लूटा गैरों में कहां दम था, हमारी कश्ती वहीं डूबी जहां पानी कम था”। ये लाइने बलिया के बीजेपी नेता सुरेन्द्र सिंह पर पूरी तरह से फिट बैठती है । pic.twitter.com/FeXIFJsK5l
— santosh singh (@SantoshGaharwar) December 18, 2024
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वहीं बुलडोजर कार्रवाई के बाद भाजपा के नेताओं ने इसकी निंदा की। भाजपा नेताओं का कहना है कि ये कार्यालय 4 दशक से था। प्रशासन ने गलत तरीके से बुलडोजर की कार्रवाई की है। इतना ही नहीं उन्होंने इस कार्रवाई को अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट और सिटी मजिस्ट्रेट के भ्रष्टाचार का कारनामा करार दिया है।
सपा के कई दलाल सक्रिय है जिनके षड्यंत्र से यह भाजपा कैंप कार्यालय तोड़ा गया : जिला उपाध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह
इस घटना के बाद जिला उपाध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह को प्रशासन के खिलाफ धरने पर बैठना पड़ा है। दरअसल, प्रशासन के द्वारा अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में भाजपा नेता सुरेन्द्र सिंह के कैंप कार्यालय पर नगर पालिका का बुलडोजर चल गया। कार्यालय के जमींदोज होने पर भाजपा जिला उपाध्यक्ष ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं साथ ही धरने पर बैठ गए हैं। भाजपा के जिला उपाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह का आरोप है कि जिला प्रशासन ने बिना कोई नोटिस दिए और हमसे बात किए कार्यालय को तोड़ दिया है। जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होगी तब तक वो आंदोलन जारी रखेंगे। बीजेपी नेता का आरोप है कि भाजपा में सपा के कई दलाल सक्रिय है जिनके षड्यंत्र से यह भाजपा कैंप कार्यालय तोड़ा गया है। भाजपा नेता का साफ तौर पर कहना है कि यह धरना सरकार के विरोध में नहीं है बल्कि, मनमानी करने वाले प्रशासन के विरोध में है।
भाजपा नेता ने बताया कि लगभग 12 साल पहले सपा के कार्यकाल में इस कार्यालय को तोड़ा गया था। इसके बाद आंदोलन किया हुआ और अंत में जिला प्रशासन ने इस कार्यालय को पुनः बनवाया। उसके बाद बसपा ने भी इस कार्यालय को तोड़ने का षड्यंत्र किया लेकिन टूटा नहीं। एक बार फिर षड्यंत्र करके जिला प्रशासन ने कैंप कार्यालय को तोड़ा है।अब जिला प्रशासन के खिलाफ आंदोलन शुरू हो चुका है। आवश्यकता पड़ी तो इस आंदोलन को उग्र रूप दिया जाएगा।
अतिक्रमण हटाने के क्रम में भाजपा के कैंप कार्यालय को तोड़ा गया है। जिला प्रशासन का कहना है कि जिस स्थल से अतिक्रमण हटाया गया है। वहां एक छोटा पार्क बनाया जाना है। यह जगह पार्क के लिए चिह्नित थी। लेकिन, भाजपा नेता का कहना है कि जिला प्रशासन और सपा का षड्यंत्र है। अब तो समय बताएगा की यह धरना सही है या जिला प्रशासन का निर्णय।