तिल का तेल अधिकतर घरों में खाना बनाने या फिर पूजा आदि में किया जाता है। तिल के बीज में कई पोषक तत्व होते हैं जो इसके तेल को जीवाणुरोधी , एंटीवायरल और सूजनरोधी गुण देते है। इसके अलावा तिल का तेल हेल्थ के लिए बेहद फायदेमंद होता है।
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तिल के तेल का इस्तेमाल कॉस्मेटिक प्रोडक्टों में किया जाता है। स्किन और बालों की कई प्रॉब्लम्स को दूर करने में मदद करता है। इतिहास के मशहूर आयुर्वेद विशारद और कुषाण राज्य के राजवैद्य, चरक ने अपनी किताब ‘चरक संहिता सूत्रस्थान’ में लिखा है कि जो व्यक्ति नियमित रूप से अपने सिर पर तिल का तेल लगाता है, उसे सिरदर्द, गंजापन, बालों का सफेद होना या बाल झड़ना जैसी समस्याएं नहीं होतीं।
उसके बालों और सिर की त्वचा का स्वास्थ्य विशेष रूप से बेहतर होता है। उसके बाल काले, लंबे और घने होते हैं। सिर में तिल का तेल को हल्का गुनगुना करके जड़ों से लेकर बालो तक हल्के हाथों से मसाज करने से अच्छी नींद आती है। स्ट्रेस भी दूर होता है। आधा घंटे के बाद सिर धो लें।
बालों के लिए नीम के तेल के साथ तिल के तेल का भी इस्तेमाल किया जाता है। नीम के तेल के बालों के लिए भी बहुत फायदेमंद होते हैं जो तिल के तेल की मदद से बालों में बेहतर तरीके से अवशोषित होते हैं।
तिल के तेल और मीठे बादाम के तेल का मिश्रण भी डीप कंडीशनिंग के लिए इस्तेमाल किया जाता है। क्योंकि बादाम का तेल फैटी एसिड का एक समृद्ध स्रोत है। दोनों तेलों को बराबर मात्रा में मिलाकर बालों की मालिश के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
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हल्के क्लींजर से धोने से पहले 30-40 मिनट तक बाल पर लगा रहने दें। नारियल का तेल भी एक डीप कंडीशनर है। इसे तिल के तेल के साथ इस्तेमाल किए पर खराब हुए बालों को ठीक होते हैं। इस ट्रीटमेंट के लिए, दोनों तेलों को बराबर भाग में मिलाकर बालों की मालिश करें। हल्के क्लींजर से धोने से पहले इसे 30-40 मिनट के लिए बालों में लगा रहने दें।