नई दिल्ली : महादेव बेटिंग ऐप (Mahadev Betting APP) मामले में जैसे-जैसे प्रवर्तन निदेशालय (ED) की जांच का दायरा बढ़ता जा रहा है। ये मामला कई गहरे राज खोल रहा है। अभी तक इस मामले में सिर्फ बॉलीवुड सेलिब्रिटीज का कनेक्शन सामने आया था। अब पता चला है कि इस ऐप के प्रमोटर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल क्रिकेट मैच की फिक्सिंग में भी शामिल रहे हैं।
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ईडी की जांच में पाया गया कि सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल एक मैच-फिक्सिंग सिंडिकेट का पार्ट थे। टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक मैच फिक्सिंग के काम से दोनों ने हर दिन करोड़ों रुपए की कमाई की। इसके लिए एक सब्सिडियरी ऐप का इस्तेमाल किया गया।
‘महादेव खिलाड़ी’ ने खेला खेल
ईडी ने सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल पर कथित मैच फिक्सिंग में शामिल होने को लेकर मामला दर्ज किया गया है। दोनों ने इस घोटाले को ‘महादेव खिलाड़ी’ नाम की सब्सिडियरी ऐप के माध्यम से अंजाम दिया। ईडी की जांच खुलासा हुआ कि एक सिंडिकेट के माध्यम से क्रिकेट मैचों को मैन्युपुलेट किया गया। इसमें जो 32 लोगों के नाम सामने आए हैं, उनमें से 5 की पहचान सौरभ चंद्राकर के सहयोगी के रूप में हुई है।
ये भी लोग क्रिकेट मैच को फिक्स करने के लिए पश्चिमी एशिया और देश के अलग-अलग हिस्सों से काम करते थे। इनमें यूरोप का लंदन भी शामिल है. साथ ही कोलकाता और मुंबई जैसे शहरों से भी ये नेटवर्क रन करता था। ये बिटकॉइन पेमेंट में पूरी डील करते थे।
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क्या है ‘महादेव ऐप’ मामला?
महादेव ऐप का फाउंडर सौरभ चंद्राकर 2018 से पहले भिलाई में रहता था और ‘महादेव जूस सेंटर’ चलाता था। उस समय उसे ऑनलाइन ऐप्स पर सट्टा खेलने का शौक लगगया। जुए में काफी रकम हारने के बाद वो दुबई चले गए। उसने रवि उप्पल के साथ मिलकर महादेप ऐप खोली। दोनों सौरभ चंद्राकर ने इसका नाम अपने छत्तीसगढ़ के भिलाई वाले जूस सेंटर के नाम पर ही रखा। इस घोटाले से अभी तक कई नेता, अभिनेता के साथ-साथ छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल तक का नाम जुड़ चुका है।