मार्केट कैप के हिसाब से दुनिया के सबसे बड़े क्रिप्टो बिटकॉइन Bitcoin के लिए पिछला महीना यानि अक्टूबर कुछ खास नहीं रहा। बता दें करीब सात साल बाद अक्टूबर का महीना ऐसा रहा, जब बिटकॉइन रेड जोन में रहा। वहीं खास कारण बात ये है कि क्रिप्टो ट्रे़डर्स के लिए यह महीना बहुत ही अच्छा माना जाता था। अक्टूबर महीने में बिटकॉइन में करीब 5% की गिरावट आई। इसे वैश्विक मार्केट की उथल-पुथल और निवेशकों की रिस्क लेने की इच्छा में गिरावट से झटका लगा और अब टूटकर यह $1.10 लाख के भाव पर आ गया है। रिकॉर्ड हाई से यह फिलहाल यह 12% से अधिक नीचे है और इसी महीने के पहले हफ्ते में यह रिकॉर्ड हाई $1.26 लाख के पार पहुंचा था।
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Bitcoin की गिरावट पर क्या कहना है एक्सपर्ट्स का?
न्यूज एजेंसी रायटर्स की रिपोर्ट के अनुसार डिजिटल मार्केट डेटा प्रोवाइडर Kaiko के सीनियर रिसर्च एनालिस्ट एडम मैक्कार्थी (Adam McCarthy) का कहना है कि गोल्ड और स्टॉक मार्केट के साथ-साथ क्रिप्टोकरेंसीज भी रिकॉर्ड हाई की तरफ बढ़ चले। हालांकि फिर जैसे ही अनिश्चितता गहराई तो बिटकॉइन की तरफ निवेशक वापस नहीं लौटे। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जब चीन के सामानों पर 100% टैरिफ लगाया और कुछ अहम सॉफ्टवेयर के निर्यात पर प्रतिबंध लगाने की धमकी दी तो निवेशक सहम उठे और अक्टूबर महीने में क्रिप्टो मार्केट में इतिहास की सबसे बड़ी बिकवाली दिखी। 7 अक्टूबर को बिटकॉइन $1,26 लाख के पार रिकॉर्ड भाव पर था और 10-11 अक्टूबर को टूटकर यह $1.04 लाख के आस-पास आ गया। एडम का कहना है कि 10 तारीख की गिरावट ने निवेशकों को परेशान कर दिया। एडम के अनुसार इसमें अभी भी गिरावट आ सकती है।