लखनऊ। भाजपा विधायक प्रकाश द्विवेदी विवादों में घिर गए हैं। आरोप है कि विधायक ने एसडीएम को थप्पड़ जड़ दिए। इस मामले को लेकर अब विवाद बढ़ता जा रहा है। विधायक पर कार्रवाई की मांग तेज हो गयी है। इन सबके बीच सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि, ये मामला या तो मुख्यमंत्री के संज्ञान में हो रहा है या फिर अज्ञान में…
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अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि, दो में से एक ही बात हो सकती है या तो ये मुख्यमंत्री के ‘संज्ञान’ में हो रहा है या ‘अज्ञान’ में मतलब उन्हें पता ही नहीं है, ये दोनों ही परिस्थितियां प्रदेश के लिए हानिकारक हैं। सहारनपुर से लेकर सोनभद्र-मिर्ज़ापुर तक, यूं तो पूरे प्रदेश में ही अवैध खनन जारी है लेकिन इससे सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र बुंदेलखंड क्षेत्र है। चंबल जैसी संरक्षित नदी भी इसका अपवाद नहीं है।
उन्होंने आगे लिखा, नदियां तो जीवन देती हैं, भाजपाई कम-से-कम नदियों को तो अपने लालच और भ्रष्टाचार की भेंट न चढ़ाएं। भाजपा के भ्रष्टाचार के गोरखधंधे का ‘हिस्सा-बांट’ पूरे प्रदेश का ‘बंटाधार’ कर रहा है। भाजपा जाए तो चैन आए!
इसके साथ ही एक अन्य पोस्ट में उन्होंने लिखा, भाजपा राज में उप्र में ये हो क्या रहा है: भाजपाई इंजन बनाम डिब्बा हो रहा है, भाजपाई नेता बनाम अधिकारी हो रहा है, अधिकारी बनाम अधिकारी हो रहा है, सत्ता सजातीय बनाम आम समाज हो रहा है, भाजपाई बनाम बेरोज़गार युवा हो रहा है, भाजपाई बनाम किसान हो रहा है, भाजपाई बनाम कारोबारी हो रहा और भाजपाई बनाम महिला हो रहा है।
बता दें कि, बांदा में मौरंग लदे ओवरलोड दो ट्रक छुड़ाने रविवार रात पहुंचे भाजपा विधायक प्रकाश द्विवेदी, एसडीएम अमित शुक्ला से भिड़ गए। आरोप है कि विधायक ने विवाद के बाद एसडीएम को थप्पड़ जड़ दिए। वहां मौजूद पुलिसकर्मियों से भी हाथापाई की। इसके बाद विधायक और साथियों ने खुरहंड पुलिस चौकी में खड़े कराए ट्रकों को छोड़ने के लिए हंगामा किया। इस मामले में एसडीएम के वाहन चालक ने चार नामजद और 25-30 अज्ञात के खिलाफ 10 धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई है। हालांकि रिपोर्ट में विधायक का नाम नहीं है।