Advertisement
  1. हिन्दी समाचार
  2. उत्तर प्रदेश
  3. भाजपा याद रखे युवा में युग बदलने की शक्ति होती है, शिक्षक भर्ती को लेकर अखिलेश यादव ने साधा निशाना

भाजपा याद रखे युवा में युग बदलने की शक्ति होती है, शिक्षक भर्ती को लेकर अखिलेश यादव ने साधा निशाना

By शिव मौर्या 
Updated Date

UP News: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ की ओर से जारी क‍िए गए फैसले के बाद उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की भाजपा सरकार (BJP government) को घेरा है। उन्होंने कहा क‍ि 69000 सहायक शिक्षक भर्ती में आया फैसला, आरक्षण की मूल भावना की विरोधी भाजपा सरकार (BJP government) की ढीली पैरवी का नतीजा है।

पढ़ें :- राहुल गांधी ने बताई एक वोट की ताकत, बोले-आपका एक वोट संविधान, वंचितों के हक़,भागीदारी और आरक्षण की करेगा रक्षा
पढ़ें :- तीसरी बार सत्ता में आए तो देश को विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाएंगे : पीएम मोदी

अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav)  ने ट्वीट कर लिखा है कि, ‘69000 सहायक शिक्षक भर्ती में आया फ़ैसला, आरक्षण की मूल भावना की विरोधी भाजपा सरकार (BJP government) की ढीली पैरवी का नतीजा है। भाजपा दलित-पिछड़ों का हक़ मारने के लिए आरक्षण को विधायी माया जाल में फंसाती है। जातीय जनगणना ही इस समस्या का सही समाधान है जिससे कि जनसंख्या के अनुपात में आरक्षण हो सके।’

युवा में युग बदलने की शक्ति होती है
वहीं, 69000 शिक्षक भर्ती के चयनित 6800 अभ्यर्थियों ने नियुक्ति की मांग को लेकर बुधवार को बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह के आवास का घेराव कर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन का वीडियो शेयर करते हुए अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav)  ने निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि, जहां अपने हक़ के लिए प्रदर्शन करने का भी हक़ न हो उस लोकतंत्र को पुनर्जीवित करने के लिए सबको आगे आना होगा। अब दलित-पिछड़े युवा आरक्षण को लेकर भाजपा की सोच और साज़िश दोनों को समझ गये हैं। भाजपा याद रखे युवा में युग बदलने की शक्ति होती है।

दलित-पिछड़ों के साथ दुर्व्यवहार कर रही भाजपा
इसके साथ ही अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav)  ने ट्वीट कर लिखा है कि, ये है भाजपा सरकार में दलित-पिछड़ों के साथ हुए दुर्व्यवहार की दुखद गाथा। क्या यही ‘आज़ादी का अमृतकाल’ हैं जहां सहायक शिक्षिकाएं अपनी रोज़ी-रोटी की रक्षा के लिए सड़कों पर बिलख रही हैं। क्या ऐसे ही भारत बनेगा विश्वगुरु? अबकी बार, 69000 लाएंगे बदलाव।

Advertisement