नई दिल्ली। केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) 25 सितंबर को महासदस्यता अभियान (Mega Membership Campaign) चलाएगी। बीजेपी (BJP) ने इस अभियान में देश के एक करोड़ लोगों को जोड़ने का लक्ष्य रखा है। इस तारीख को पार्टी केंद्र, राज्य, जिला, मंडल से लेकर बूथ स्तर तक महासदस्यता अभियान (Mega Membership Campaign) का विशेष ड्राइव चलाएगी। बता दें कि इस दिन बीजेपी के संस्थापक पंडित दीनदयाल उपाध्याय (BJP founder Pandit Deendayal Upadhyay) का जन्मदिन है।
पढ़ें :- भाजपावाले ‘महिला सुरक्षा’ पर क्या अब कोई बड़बोला बयान देना चाहेंगे...पीलीभीत की घटना पर अखिलेश यादव ने सरकार को घेरा
बीजेपी ने देशभर में मेगा सदस्यता अभियान (Mega Membership Campaign) की शुरुआत की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने इस अभियान का पहला सदस्य बनकर इसकी शुरुआत की। बीजेपी (BJP) के इस अभियान में ज्यादा से ज्यादा लोग जुड़ रहे हैं।
जो शख्स सदस्य बनेगा उसकी पूरी कुंडली रखेगी पार्टी
इस स्कीम के तहत जो शख्स भी पूरे देश में से बीजेपी (BJP) का सदस्य बनेगा उसकी पूरी कुंडली पार्टी के पास होगी। हालांकि इस स्कीम के तहत हर राज्य को सदस्य बनाने का टारगेट दिया गया है। इस अभियान में एआई का इस्तेमाल भी किया जा रहा है, जिससे एक ही व्यक्ति को दो बार पार्टी का सदस्य बनने से रोका जा सके। इस अभियान के तहत अगर किसी को पार्टी का सदस्य बनना है, तो वह घर बैठे ही ऑनलाइन मोड के माध्यम से सदस्य बन सकता है।
कैसे बनेंगे सदस्य?
पढ़ें :- साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के खिलाफ मुंबई के स्पेशल NIA कोर्ट ने जारी किया वारंट, लिखा- 'ज़िंदा रही तो कोर्ट अवश्य जाऊंगी'
पार्टी का यह सदस्यता अभियान ऑनलाइन मोड पर शुरू किया गया है। इस अभियान में मिस्ड कॉल, नमो ऐप, वेबसाइट और क्यूआर कोड स्कैन करके कोई भी व्यक्ति सदस्य बन सकता है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) में कोई भी व्यक्ति सिर्फ 6 साल के लिए ही पार्टी का सदस्य रह सकता है। 6 साल के बाद फिर से सदस्यता लेनी होती है। बीजेपी (BJP) हर पांच साल में सदस्यता अभियान चलाती है। इस बार बीजेपी ने 10 करोड़ नए सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा है। यह अभियान 51 दिनों तक चलेगा। इसकी खास बात यह है कि सभी कार्य पार्टी को 51 दिनों के अंदर ही पूरा करना है। वर्ष 2014 में जब पार्टी ने सदस्यता अभियान चलाया था, तब 11 करोड़ से अधिक सदस्य जोड़े गए थे और यह अभियान करीब 6 महीने तक चला था।