अमेरिकन प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप के सलाहकार पीटर नवारो उन्हे भारत के खिलाफ भड़काने के लिए एड़ी से चोटी एक कर दिये हैं। व्हाइट हाउस के ट्रेड एडवाइजर नवारो रूस से तेल खरीदने को लेकर भारत पर लगातार ही निशाना साध रहे हैं। अब उन्होंने आरोप लगाया है कि भारत में कुछ वर्ग इस रूसी तेल से मुनाफाखोरी कर रहे हैं। इसे लेकर आम जनता को बहुत प्रोब्लेम हो रही है। फॉक्स न्यूज़ को दिये एक इंटरव्यू में पीटर ने पीएम मोदी के साथ रशिया और पुतिन के अच्छे बॉंडिंग को लेकर सवाल उठाते हुए कहा कि ‘मोदी एक महान नेता हैं, लेकिन मैं समझ नहीं पा रहा कि वह पुतिन और शी जिनपिंग के साथ क्यों खड़े हैं, जबकि वह दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के नेता हैं।
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मैं भारत के लोगों से कहना चाहता हूं कि समझिए यहां क्या हो रहा है। कुछ ब्राह्मण अपने फायदे के लिए आम लोगों का नुकसान कर रहे हैं, और इसे बंद होना चाहिए.’जानकारी के लिए आपको बता दें पीटर यहां ‘ब्राह्मण’ शब्द का प्रयोग किसी जाति को लेकर नहीं किया है बल्कि अमेरिका में धनी लोगों के लिए ‘ब्राह्मण’ शब्द को यूज किया जाता है।नवारो ने दावा किया कि फरवरी 2022 में रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू होने से पहले भारत की रूस से तेल खरीद बहुत ही कम थी, लेकिन इसके बाद भारत ने आयात कई गुना बढ़ा दिया. उन्होंने आरोप लगाया कि भारत रूसी कच्चे तेल को खरीदकर रिफाइन करता है और फिर उसे अफ्रीका, यूरोप और एशिया के देशों को ऊंचे दाम पर बेचता है, जिससे सीधे तौर पर ‘रूस की युद्ध मशीन’ को ताकत मिल रही है.
बता दें कि पीटर ने कहा कि अमेरिका ने भारत पर 50 फीसदी टैरिफ लगा दिया है, जबकि चीन पर भी इतना ही शुल्क लगाया गया है. उन्होंने कहा, ‘अब सवाल यह है कि इसे और कितना ऊपर ले जाना है. लेकिन भारत की बात करें तो हमें केवल यह याद रखना होगा कि फरवरी 2022 से पहले भारत बहुत ही कम मात्रा में रूसी तेल खरीदता था.’नवारो ने भारत को ‘टैरिफ का महाराजा’ करार दिया और कहा कि भारत की व्यापार नीतियां और सस्ते रूसी तेल की खरीद वैश्विक स्तर पर मास्को की युद्ध वित्तीय व्यवस्था को रोकने की चुनौती बन गई हैं।