चंडीगढ़। पंजाब की राजनीति में कल शाम उस समय भूचाल आ गया जब कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू(NAVJOT SINGH SIDHHU) ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। सिद्धू ने कांग्रेस आलाकमान को पत्र लिख कर के सूचित किया। पत्र की तस्वीर उन्होंने अपने ट्वीटर पेज पर भी ट्वीट की। सिद्धू के नाराज होने के कई कारण है। आपको बता दें कि कांग्रेस हाईकमान उनको ज्यादा भाव देने के मूड में नजर नहीं आ रहा है। सूत्रों के अनुसार हाईकमान ने नये विकल्प की तलाश भी शुरु कर दी है। लगभग दो महीने पहले ही सिद्धू को पंजाब कांग्रेस(PANJAB CONGRESS) का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था। सिद्धू के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद से ही पंजाब सरकार में अस्थिरता बनी हुई है।
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पंजाब का मुख्यमंत्री बनने का सपना संजोये सिद्धू को पहला झटका उस समय लगा जब तत्कालीन मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के अपने पद से इस्तीफा देने के बाद भी सिद्धू को मुख्यमंत्री नहीं बनाया गया। कांग्रेस ने बड़ी चाल चलते हुए चरणजीत सिंह चन्नी को पंजाब की कमान सौंप दी। चन्नी दलित(DALIT) वर्ग से आते हैं। पंजाब में दलित करीब 33 फीसदी हैं। खबर ये भी है कि इतना ही नहीं सिद्धू के पसंद के व्यक्ति को पंजाब कैबीनेट(CABINET) में भी जगह नहीं मिली। अपने जानने वाले को पंजाब का डीजीपी भी नहीं बनवा सकें। इन सभी घटनाक्रम से हताश सिद्धू ने अपने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया।