नई दिल्ली। पंजाब कांग्रेस में चल रही कलह अभी खत्म नहीं हुई है। सोनिया गांधी और नवजोत सिंह सिद्धू की मुलाकात्म खत्म हो चुकी है। इस मुलाकात के बाद भी कोई हल नहीं निकला। पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत भी बैठक में मौजूद रहे।
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बैठक के बाद रावत ने कहा कि वे सोनिया गांधी को रिपोर्ट सौंपने आए थे। पंजाब कांग्रेस प्रधान के बारे में रावत ने कहा कि इसके बारे में बताया जाएगा। सूत्रों के अनुसार, रावत देर शाम चंडीगढ़ आएंगे और वहीं पार्टी की कलह को खत्म करने का कोई समाधान बताया जाएगा।
इससे पहले गुरुवार शाम को सिद्धू को पार्टी का प्रदेश प्रधान बनाए जाने की खबरों से नाराज कैप्टन ने पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को फोन कर कहा कि पंजाब में 2022 का विधानसभा चुनाव उन्हीं की नुमाइंदगी में लड़ा जाएगा।
कैप्टन ने यह भी स्पष्ट किया कि पंजाब कांग्रेस का प्रधान भी उनकी मर्जी से ही बनेगा। उन्होंने सोनिया को यह भी आश्वासन दिया कि कांग्रेस फिर से पंजाब में पिछले विधानसभा चुनाव का इतिहास दोहराएगी।