लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सबसे महत्वाकांक्षी योजना ‘हर घर स्वच्छ जल’ की जमीनी हकीकत कागजी दावों से कोसो दूर है। उत्तर प्रदेश में ये योजना अब भ्रष्टाचार के दलदल में फंसती जा रही है। कुछ अधिकारियों और ठेकेदारों की मिलीभगत ने इस योजना को काफी नुकसान पहुंचाया है, जिसके कारण आज भी प्रदेश के ज्यादातर गांवों में लोगों के घर तक स्वच्छ जल नहीं पहुंच सका है। इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट की माने तो, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक जल जीवन मिशन में हो रहे भ्रष्टाचार की शिकायत पहुंची, जिसके बाद उन्होंने कहा कि, कार्रवाई अवश्य करें, किसी को न बख्शें’। जल जीवन मिशन में अनियमितताओं पर पीएम मोदी के निर्देश के बाद, केंद्र ने 129 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया है।
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दरअसल, उत्तर प्रदेश में हर घर स्वच्छ जल को लेकर कई कागजी दावे किए जा रहे हैं लेकिन इन कागजी दावों से हकीकत बिल्कुल विपरित है। प्रदेश के ज्यादारत गांवों में अभी तक इस योजना के तहत स्वच्छ जल नहीं पहुंचा हैं। लोग आस लगाकर बैठे हैं कि आखिर कब उनके घरों तक स्वच्छ जल पहुंचेगा। इन सबके बीच ज्यादातर घरों में लगी पानी की टोटियां टूट गयी हैं और इसके साथ ही लोगों की उम्मीदें भी धुंधली होती जा रही हैं। इसके पीछे सबसे बड़ा हाथ विभाग के अधिकारियों और ठेकेदारों का है, जिनकी मिलीभगत ने इस महत्वाकांक्षी योजना में सेंध लगा दी है।
अपर प्रमुख सचिव की भूमिका पर भी सवाल?
उत्तर प्रदेश के नमामि गंगे विभाग के अपर मुख्य सचिव अनुराग श्रीवास्तव की भूमिका पर भी सवाल उठता है। पिछले करीब आठ साल से वे विभाग के प्रमुख बने हुए हैं लेकिन प्रदेश में इस योजना के अंदर जमकर भ्रष्टाचार हो रहा है। टेंडर प्रक्रिया के बाद से अभी तक इस योजना में तमाम शिकायतें मिलीं हैं, लेकिन अनुराग श्रीवास्तव अपने पद पर जमे रहे। आखिर क्या वजह है कि, इतनी शिकायतों के बाद भी अनुराग श्रीवास्तव को अभी तक हटाया नहीं गया? जबकि उत्तर प्रदेश में लगातार कहीं पानी की टंकियां गिर रही हैं तो कहीं भ्रष्टाचार के किस्से उजागर हो रहे हैं। इन सबके बीच भी वो अपने पद पर बने हुए हैं।
यूपी के ज्यादातर गांवों में नहीं पहुंचा पानी
पर्दाफाश न्यूज की टीम में प्रदेश के कई सीतापुर, लखीमपुर खीरी, पीलीभीत, बहराइच समेत प्रदेश के कई गांवों में इसकी पड़ताल के लिए पहुंची थी। पड़ताल में हर जगह आधे-अधूरे काम सामने आए। यहां तक की कई जगहों पर पानी की टंकियां भी नहीं बनी मिलीं। पर्दाफाश न्यूज लगातार जल जीवन मिशन के काम में हो रहे भ्रष्टाचार को उजागर कर रहा है। यहां तक की टेंडर में हुए बड़े खेल को भी पर्दाफाश ने उजागर किया था।
पोर्टल पर दिखाया जा रहा फर्जी डाटा
सूत्रों की माने तो जल जीवन मिशन योजना की वेबसाइड पर फर्जी डाटा दिखाया जा रहा है। ये सब ठेकेदारों और अधिकारियों की मिलीभगत से किया जा रहा है। जहां काम आधा भी नहीं हुआ उसको पूरा करके दिखाया जा रहा है। अगर इसकी जांच हो तो कई बड़े भ्रष्टाचार उजागर होगा।
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