Advertisement
  1. हिन्दी समाचार
  2. उत्तर प्रदेश
  3. CSIR और DRDO होंगे बल्क ड्रग्स पार्क के नॉलेज पार्टनर, रिसर्च और इनोवेशन को मिलेगा बढ़ावा, योगी सरकार ने MoU किया साइन

CSIR और DRDO होंगे बल्क ड्रग्स पार्क के नॉलेज पार्टनर, रिसर्च और इनोवेशन को मिलेगा बढ़ावा, योगी सरकार ने MoU किया साइन

By संतोष सिंह 
Updated Date

ललितपुर । यूपी के ललितपुर जिले में हाई क्वालिटी एट एफोर्डेबल कॉस्ट पर दवाएं और मेडिकल डिवाइसेज उपलब्ध कराने के लिए प्रस्तावित बल्क ड्रग्स पार्क (Bulk Drugs Park)  को योगी सरकार (Yogi Government) रिसर्च और इनोवेशन के साथ टेक्नोलॉजी से जोड़ने पर भी ध्यान दे रही है। इसके लिए सरकार ने काउंसिल ऑफ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च (CSIR) और डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट आर्गनाइजेशन (DRDO) जैसी भारत सरकार की बड़ी संस्थाओं को बल्क ड्रग पार्क (Bulk Drugs Park) से जोड़ते हुए इन्हें अपना नॉलेज पार्टनर (Knowledge Partner) बनाया है।

पढ़ें :- यूपी के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक का बड़ा एक्शन, ड्यूटी से गैरहाजिर आठ डाक्टरों को किया बर्खास्त

बता दें कि बल्क ड्रग्स पार्क (Bulk Drugs Park)  को अंतरराष्ट्रीय स्तर के मानकों के अनुसार तैयार किया जा रहा है ताकि भारत ही नहीं बल्कि दुनिया के 196 देशों को इसका लाभ मिल सके और उन्हें सस्ती दवाओं के साथ ही मेडिकल डिवाइस उपलब्ध कराए जा सकें। इसके अलावा योगी सरकार (Yogi Government) ने इनवेस्टर्स कनेक्ट वेबिनार का आयोजन कर करीब डेढ़ हजार स्टेक होल्डर के साथ एमओयू भी साइन किया है ताकि लेटेस्ट टेक्नोलॉजी से प्रदेश को मेडिकल सेक्टर का हब बनाया जा सके।

रिसर्च को बढ़ावा देने के लिए CSIR और DRDO की लैब्स से साइन किया एमओयू

योगी सरकार (Yogi Government)  ने ललितपुर के बल्क ड्रग्स पार्क (Bulk Drugs Park)  को हाईटेक बनाने के लिए देश की नामचीन रिसर्च संस्थाओं सीएसआईआर और डीआरडीओ (DRDO) को नॉलेज पार्टनर बनाया है। इससे मेडिकल सेक्टर में रिसर्च और इनोवेशन को बढ़ावा मिलेगा साथ ही नई प्रोद्योगिकी के माध्यम से नये इनोवेटिव डिवाइस तैयार किये जा सकेंगे, जिससे गंभीर से गंभीर बीमारियों को जल्द डायग्नोसिस किया जा सकेगा और उनके निदान के लिए इलाज सुनिश्चित होगा।

इसके तहत यूपी सरकार (UP Government)ने सीएसआईआर की 43 और डीआरडीओ की 46 लैब्स से एमओयू साइन किया है, जहां पर सस्ती दवाओं के निर्माण के लिए रिसर्च पर काम होगा। साथ ही नॉलेज टाई-अप के लिए बायोटेक्नोलॉजी विभाग से बातचीत की जा रही है। इसके अलावा बल्क ड्रग्स पार्क (Bulk Drugs Park)  को नेचर फ्रेंडली जोन बनाने के लिए अडानी गैस (Adani Gas)को पीएनजी सप्लाई पार्टनर (PNG Supply Partner) बनाया है तो सोलर पॉवर पार्टनर के लिए टीएचडीसी (THDC) को चुना गया है।

पढ़ें :- Cyber ​​Fraud : नंद गोपाल गुप्ता नंदी के अकाउंटेंट से 2 करोड़ 8 लाख रुपये की साइबर ठगी, मंत्री के बेटे का फोटो लगाकर किया ये मैसेज, जानें मामला

लॉजिस्टिक पार्टनर कॉनकोर (Logistics Partner Concor) को बनाया है जो यहां की दवाओं और मेडिकल डिवाइस को देश-दुनिया में पहुंचाने में अपना अहम रोल निभाएगा। इसके साथ ही एसटीपीआई इंडस्ट्री 4.0 को सर्पोट करेगी ताकि पार्क में लगने वाली मेडिकल यूनिट्स को विश्वस्तर पर पहचान मिल सके। इतना ही नहीं योगी सरकार (Yogi Government)  की नई फॉर्मा पॉलिसी (New Pharma Policy) का लाभ सभी को मिल सके, इसके लिए पॉलिसी सपोर्ट के लिए इनवेस्ट यूपी (Invest UP( को जिम्मेदारी दी गई है।

1505 स्टेक होल्डर ने टेक्नोलॉजी को साझा करने को किया एमओयू

यूपी सरकार (UP Government) ने बल्क ड्रग्स पार्क (Bulk Drugs Park)  में उद्यमियों को विश्वस्तरीय सुविधाएं देने के लिए देश और विदेश के स्टेक होल्डर से एमओयू के लिए करीब 150 स्टेक होल्डर मीट का आयोजन किया। यह मीट हैदराबाद, मुंबई, जापान और अमेरिका में आयोजित की गईं। इन मीट में करीब 1505 स्टेक होल्डर ने अपनी तकनीक साझा करने के लिए एमओयू साइन (MOU Sign) किए हैं। इसके अलावा योगी सरकार (Yogi Government)  ने मेडिकल सेक्टर की बैकबोन आईटी को मजबूत करने के लिए साफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क (Software Technology Park) के निर्माण का भी फैसला लिया है।

Advertisement