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शंभू-खनौरी बॉर्डर से हटाए जाने पर भड़के किसान, कहा- भगवंत मान और मोदी सरकार को चुकानी पड़ेगी इसकी भारी कीमत

By Abhimanyu 
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Kisan Andolan: हरियाणा-पंजाब शंभू बॉर्डर पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है, क्योंकि हरियाणा पुलिस ने किसानों की आवाजाही को रोकने के लिए बॉर्डर पर लगाए गए कंक्रीट के बैरिकेड्स हटा दिए हैं, जहां वे विभिन्न मांगों को लेकर धरने पर बैठे थे। कल देर शाम पंजाब पुलिस ने किसानों को धरना स्थल से हटा दिया।

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पंजाब-हरियाणा खनौरी बॉर्डर पर सुरक्षा बढ़ाई गई। इस बीच किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल को पंजाब इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (PIMS), जालंधर से स्थानांतरित किया जा रहा है। शंभू और खनौरी बॉर्डर से किसानों को हटाए जाने के बाद किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के सतनाम सिंह पन्नू ने कहा, “हम भगवंत मान सरकार द्वारा मोदी सरकार के साथ मिलकर या उसके आदेश पर किसानों के खिलाफ की गई कार्रवाई की निंदा करते हैं।

सतनाम सिंह पन्नू ने चेतावनी देते हुए आगे कहा, भगवंत मान सरकार और मोदी सरकार को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। आज हम किसानों पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ हरियाणा और पंजाब में डिप्टी कमिश्नरों के दफ्तरों के बाहर धरना-प्रदर्शन करेंगे।” किसान नेताओं को हिरासत में लिए जाने के बाद शंभू, खनौरी बॉर्डर पर इंटरनेट बंद कर दिया गया।

बता दें कि बुधवार को पंजाब पुलिस ने देर शाम किसानों को धरना स्थल से हटा दिया। किसान विभिन्न मांगों को लेकर धरने पर बैठे थे। प्रदर्शनकारी किसानों पर पंजाब पुलिस की कार्रवाई के बाद पटियाला के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नानक सिंह ने कहा था कि पूरी सड़क को साफ कर यातायात के लिए खोल दिया जाएगा। पुलिस अधिकारियों ने हरियाणा-पंजाब शंभू सीमा पर लगाए गए कंक्रीट के बैरिकेड्स को हटाने के लिए बुलडोजर का इस्तेमाल किया।

 

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