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संसदीय परंपराओं का पालन करते हुए सभी सदस्यों को अपने सुझावों व मुद्दों को सदन में रखना चाहिए : मुख्यमंत्री

By संतोष सिंह 
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लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधान सभा अध्यक्ष  सतीश महाना ने विधान सभा के मानसून सत्र के सुचारु संचालन के लिए सभी दलों से सहयोग प्रदान करने का अनुरोध किया। आज यहां विधान भवन में आहूत एक सर्वदलीय बैठक में उन्होंने कहा की सभी के सहयोग से ही सदन चलता है। तार्किक, तथ्यपरक एवं गुणवत्तापरक संवाद से जनसमस्याओं का सार्थक समाधान किया जा सकता है।

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इस अवसर पर मुख्यमंत्री तथा नेता सदन योगी आदित्यनाथ  ने सत्र के सुचारु संचालन में सत्ता पक्ष के पूर्ण सहयोग का आश्वासन देते हुए कहा कि सदन जनाकांक्षाओं को रखने का महत्वपूर्ण माध्यम है। विधानसभा अध्यक्ष श्री सतीश महाना के कार्यकाल में विगत सवा वर्षों से उत्तर प्रदेश विधानसभा नवाचार के लिए जानी जा रही है। इस दौरान उत्तर प्रदेश विधानसभा में जितनी समृद्ध चर्चाएं हुई हैं, वे देश भर की विधानसभाओं के लिए प्रेरणा बनी है। इसे देश ने सराहा है। सदन में एक दिन केवल महिला सदस्यों के लिए नियत किया गया। आज विधान भवन में डिजिटल कॉरिडोर का उद्घाटन किया गया है। इसके माध्यम से जनता को विधानसभा के इतिहास और वर्तमान में किए जा रहे जनहित के कार्यक्रमों, शासन की महत्वपूर्ण योजनाओं को जानने का अवसर प्राप्त होगा। यह एक अच्छा प्रयास है।

मुख्यमंत्री  ने कहा कि हमारे दल अलग-अलग हो सकते हैं, लेकिन हमारा दिल एक है, वह है उत्तर प्रदेश। राज्य सरकार प्रदेश से जुड़े जनकल्याण के सभी मुद्दांे तथा विकास पर चर्चा के लिए तैयार है। संसदीय परंपराओं का पालन करते हुए सभी माननीय सदस्यों को अपने सुझावों एवं मुद्दों को सदन में रखना चाहिए। सदन को सार्थक चर्चा का मंच बनाएं, जिससे सदन की गरिमा में वृद्धि हो और देश में प्रदेश के परसेप्शन के प्रति अच्छा सन्देश जाए। सदन में जिन नए सदस्यों ने अभी अपनी बात नहीं रखी है, इस बार ऐसे सदस्यों को बोलने का अवसर प्राप्त होगा। यह एक सकारात्मक पहल है। प्रत्येक सदस्य के पास नई सोच होती है। जब वह अपनी बात विचारों के माध्यम से व्यक्त करते हैं, तो उससे हमें भावी योजना बनाने में मदद मिलती है।

मुख्यमंत्री  ने सभी दलों के नेताओं से विधान मण्डल की कार्यवाही सुचारु रूप से चलाने में सहयोग देने का अनुरोध करते हुए कहा कि विगत कुछ समय से उत्तर प्रदेश विधान सभा जिस सकारात्मक चर्चा तथा रचनात्मकता के लिए जानी जा रही है, उस परम्परा को आगे बढ़ाने में सभी अपना योगदान देंगे। उन्होंने सभी को आश्वस्त किया कि सरकार सभी चर्चाओं में भाग लेते हुए सकारात्मक जवाब देगी तथा सुझावों के अनुुरूप समाधान निकालने का प्रयास करेगी।

मुख्यमंत्री  ने कहा कि आज ‘उत्तर प्रदेश विधान सभा में अध्यक्ष  सतीश महाना का एक वर्ष’ पुस्तक का विमोचन किया गया है। यह पुस्तक सभी सदस्यों, विधान सभाओं तथा पुस्तकालयों में भेजी जानी चाहिए, जिससे लोकतंत्र के लिए विधान मण्डल द्वारा किए जा रहे प्रयासों की जानकारी सभी को हो सके। विधान भवन में विकसित किए गए डिजिटल कॉरिडोर के माध्यम से विद्यार्थियों को शोध के लिए समृद्ध सामग्री उपलब्ध होगी।

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संसदीय कार्य मंत्री  सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि मुख्यमंत्री  के नेतृत्व में प्रदेश ऊंचाईयों को छू रहा है। विगत 06 वर्षों में प्रदेश ने हर क्षेत्र में प्रगति की है। पक्ष और विपक्ष के सहयोग से ही सदन को सुचारु रूप से चलाया जा सकता है।

बैठक में समाजवादी पार्टी के  मनोज कुमार पांडेय, अपना दल (सोनेलाल) के राम निवास वर्मा, राष्ट्रीय लोकदल के  राजपाल सिंह बालियान, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के  ओम प्रकाश राजभर, निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल के  संजय कुमार निषाद, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की  आराधना मिश्रा ‘मोना’, जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के  रघुराज प्रताप सिंह ‘राजाभैया’ तथा बहुजन समाज पार्टी के  उमाशंकर सिंह ने अपने-अपने दलों की ओर से पूरा सहयोग प्रदान करने का आश्वासन दिया।

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