Group Captain PB Nair of Gaganyaan crew: केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह, इसरो प्रमुख वी. नारायणन, अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला और भारत के गगनयान क्रू के ग्रुप कैप्टन प्रशांत बालकृष्णन नायर एक संयुक्त प्रेस वार्ता की। इस दौरान पीबी नायर ने अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि वो (शुभांशु) राम और मैं उनका लक्ष्मण बनना पसंद करूंगा।
पढ़ें :- भारत ने द. अफ्रीका को नौ विकेट से हराकर जीती सीरीज, यशस्वी ने जमाया शतक, कोहली-रोहित का पचासा
ग्रुप कैप्टन पीबी नायर ने कहा, “अब से कुछ महीने बाद दिवाली आने वाली है। यही वो समय है जब राम जी अयोध्या में आए थे। अभी यहां, अगर मैं खुद को लक्ष्मण कह सकता हूं। भले ही मैं ‘शुक्श’ (शुभांशु शुक्ला) से बड़ा हूं, लेकिन मैं किसी भी दिन इस राम का लक्ष्मण बनना पसंद करूंगा।” नायर ने आगे कहा, “जब हम वहां थे, उस पूरे अनुभव को मैं बस ‘सत्-चित्-आनंदम्’ में समेट सकता हूँ। ‘सत्’ ही सत्य है कि भारत का समय आ गया है। ‘चित्’ ही ‘शिवम्’ है। भारत जब भी कुछ करता है, हम यह सुनिश्चित करते हैं कि सभी को लाभ मिले। हम ‘एक ही है’ में विश्वास करते हैं। ‘आनंदम्’ ही ‘सुंदरम्’ है। सब कुछ वाकई सुंदर है।”
गगनयान क्रू के ग्रुप कैप्टन पीबी नायर ने आगे कहा, “जब आप ऊपर से भारत को देखते हैं, तो यह वाकई बहुत खूबसूरत लगता है। यही कारण है कि यह प्राचीन भूमि लंबे समय से पूरी दुनिया को मार्गदर्शन देती रही है। ऐसा इसलिए है क्योंकि हम मानवता की एकता में विश्वास करते हैं… मैं ‘जय जवान, जय किसान’ के साथ ‘जय वैज्ञानिक, जय हर भारतीय’ भी जोड़ना चाहता हूँ।”
VIDEO | Union Minister Jitendra Singh, ISRO chief V Narayanan, astronaut Shubhanshu Shukla, and Group Captain Prasanth Balakrishnan Nair, who is part of India's Gaganyaan crew, address a joint press briefing.
Group Captain Prasanth Balakrishnan Nair says, “A few months from… pic.twitter.com/AQ3n4vRGlR
पढ़ें :- Indigo Crisis : राहुल गांधी की बातों पर सरकार ने गौर किया होता तो हवाई यात्रा करने वालों को इतनी तकलीफें न उठानी पड़ती
— Press Trust of India (@PTI_News) August 21, 2025
एक्सिओम-4 मिशन पर, ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने कहा, “… मैं भारत सरकार, इसरो और अपने सहयोगियों का धन्यवाद करना चाहता हूँ… हम फाल्कन 9 यान के ऊपर उड़ान भर रहे थे… क्रू ड्रैगन उन तीन यानों में से एक है जो मनुष्यों को अंतरिक्ष में ले जा सकते हैं… इस मिशन में मेरा पद मिशन पायलट का था। क्रू ड्रैगन में चार सीटें होती हैं। मैं मिशन पायलट था और मुझे कमांडर के साथ काम करना था और क्रू ड्रैगन की प्रणालियों के साथ बातचीत करनी थी… हमें भारतीय शोधकर्ताओं द्वारा परिकल्पित, विकसित और साकार किए गए प्रयोग करने थे। और साथ ही STEM प्रदर्शन भी करने थे, फ़ोटो और वीडियोग्राफ़ भी लेने थे…”
बता दें कि इसरो ने शुभांशु शुक्ला को आईएसएस के लिए एक्स-4 मिशन के मिशन पायलट घोषित किया था। गगनयान क्रू के ग्रुप कैप्टन प्रशांत बालकृष्णन नायर इस मिशन के लिए बैकअप पायलट बनाया गया था। नासा के एक्सिओम-4 अंतरिक्ष मिशन के पायलट शुक्ला ने 25 जून को अमेरिका के फ्लोरिडा स्थित नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर से उड़ान भरी थी। वह 15 जुलाई को पृथ्वी पर लौटे।