ऋषिकेश। उत्तराखंड के चमोली जिले में ग्लेशियर फटने की सूचना है। इसके बाद वहां के आस—पास क्षेत्रों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। इसके साथ ही धौली नदी में बाढ़ आने की सूचना है। इससे चमोली से हरिद्धार तक खतरा बढ़ गया है। सूचना मिलते ही प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच गयी है। वहीं, चमोली जिले के नदी किनारे की बस्तियों को पुलिस लाउडस्पीकर से अलर्ट कर रही है।
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कर्णप्रयाग में अलकनंदा नदी किनारे बसे लोग मकान खाली करने में जुटे। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इसे लेकर सचिव आपदा प्रबंधन और डीएम चमोली से पूरी जानकारी प्राप्त की है। मुख्यमंत्री लगातार पूरी स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। संबंधित सभी जिलों को अलर्ट कर दिया गया है। चमोली जिला प्रशासन, एसडीआरएफ के अधिकारी और कर्मचारी मौके पर पहुंच गए हैं।
देहरादून के चमोली जनपद में ऋषिगंगा नदी पर बन रहा हाइड्रो प्रोजेक्ट का बांध टूटा। 24 मेगावाट का प्रोजेक्ट है निर्माणाधीन, कई मजदूरों के बहने की आशंका। बताया जा रहा है हिमखंड टूटने के बाद नदी में बाढ जैसे हालात पैदा हुए। राज्य आपदा प्रबंधन विभाग ने जारी किया अलर्ट। @JagranNews pic.twitter.com/HxWcM0ayae
— amit singh (@Join_AmitSingh) February 7, 2021
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लोगों से अपील की जा रही है कि गंगा नदी के किनारे न जाएं। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ट्वीट करते हुए लिखा, चमोली जिले से एक आपदा का समाचार मिला है। जिला प्रशासन, पुलिस विभाग और आपदा प्रबंधन को इस आपदा से निपटने की आदेश दे दिए हैं। किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान न दें।
सरकार सभी जरूरी कदम उठा रही है। वहीं, इसको देखते हुए ऋषिकेश कोडियाला इको टूरिज्म जोन में जल पुलिस और एसडीआरएफ को अलर्ट कर दिया गया है। जल पुलिस के साथ आपदा प्रबंधन दल राफ्टिंग स्थलों पर पहुंच गया है। यहां राफ्टिंग बंद करा दी गई है। इसके साथ ही चमोली और रुद्रप्रयाग जिले में नदी किनारे सभी सभी स्थानों पर प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है।