अयोध्या। यूपी के अयोध्या जिले के सौ शैय्या संयुक्त चिकित्सालय कुमारगंज (100-bed joint hospital Kumarganj) के चिकित्सक डॉ. अरविंद मौर्य (Doctor Dr. Arvind Maurya) पर बीजेपी नेता डॉ. रजनीश सिंह (BJP leader Dr. Rajneesh Singh) पर गंभीर आरोप लगाए हैं। डॉ. मौर्या पर आरोप है कि वे सरकारी अस्पताल में आने वाले मरीजों को अपने निजी क्लीनिक ‘जीवन क्लीनिक’ जाने के लिए मजबूर करते हैं।
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डॉ. रजनीश सिंह (Dr. Rajneesh Singh) ने बताया कि वे अस्पताल में मरीजों की जांच करते हैं, लेकिन शुल्क निजी क्लीनिक पर वसूलते हैं। यह भी कहा है कि डॉ.मौर्या की पत्नी सुरभि मौर्या भी अस्पताल परिसर में निजी मरीजों की जांच कर रही हैं। उनके भाई अरुण मौर्या अस्पताल गेट पर मेडिकल स्टोर चला रहे हैं। मरीजों को इसी दुकान से दवाएं खरीदने के लिए बाध्य किया जाता है।
इस घोटाले के सबूत के रूप में सैकड़ों दवा पर्चियां प्रशासन को सौंपी गई हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से फॉरेंसिक जांच कराने और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की गई है। अब स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई का इंतजार है।
फिजिशियन डॉ.अरविंद मौर्य (Physician Dr. Arvind Maurya) ने उन पर लगे प्राइवेट प्रैक्टिस के आरोपों का खंडन किया है। डॉ. मौर्य ने स्पष्ट किया कि जीवन क्लीनिक उनकी पत्नी डॉ. सुरभि मौर्य (Wife Dr. Surabhi Maurya) के नाम पर है और वही वहां प्रैक्टिस करती हैं। डॉ. मौर्य ने बताया कि उनकी पत्नी सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक क्लीनिक में रहती हैं। 18 फरवरी को वे अपनी पत्नी को लेने गए थे। उसी दौरान डॉ. रजनीश सिंह वहां आ गए।
उन्होंने एक मरीज को देखने का आग्रह किया। डॉ. मौर्य ने पहले मना किया और कहा कि मरीज को अगले दिन अस्पताल की ओपीडी में लाएं, लेकिन डॉ. रजनीश के बार-बार आग्रह करने पर उन्होंने एक मरीज को देख लिया। इसी दौरान किसी ने उनकी फोटो खींच ली।
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डॉ. मौर्य ने एक अन्य घटना का भी जिक्र करते हुए बताया कि 2-3 महीने पहले अस्पताल की पूर्व सीएमएस डॉ. अनिल कुमार (Former CMS Dr. Anil Kumar) के साथ विवाद हुआ था। उस समय एफआईआर (FIR) दर्ज कराने की बात हुई थी, लेकिन माफीनामे पर हस्ताक्षर के बाद मामला सुलझ गया था। डॉ. मौर्य का आरोप है कि डॉ. रजनीश उन्हें फंसाने की साजिश रच रहे हैं। उन्होंने दोहराया कि वे खुद प्राइवेट क्लीनिक नहीं चलाते हैं और न ही वहां बैठते हैं।