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Gujarat के CM Vijay Rupani ने दिया इस्तीफा, जाने बड़ी वजह, ये हो सकते हैं नए सीएम

By राजेश कुमार 
Updated Date

विजय रुपाणी (Vijay Rupani) ने शनिवार को मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा (Resign) दे दिया. उनके साथ डिप्टी सीएम नितिन पटेल भी राज्यपाल के पास गए थे.

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इस्तीफा देने के बाद विजय रुपाणी ने पार्टी आलाकमान, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह का आभार जताया है. उन्होंने कहा, ”प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का विशेष मार्गदर्शन मिलता रहा है. प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व व मार्गदर्शन में गुजरात ने नए आयामों को छुआ है. पिछले पांच सालों में मुझे भी योगदान करने का जो अवसर मिला, उसके लिए मैं प्रधानमंत्री मोदी जी का आभार व्यक्त करता हूं.” उन्होंने कहा, ”मेरा मानना है कि गुजरात के विकास की यह यात्रा प्रधानमंत्री के नेतृत्व में एक नए उत्साह, ऊर्जा के साथ नए नेतृत्व में आगे बढ़नी चाहिए और यह ध्यान रखकर मैंने पद से इस्तीफा दिया है.”

रुपाणी ने राज्यपाल आचार्य देवव्रत को अपना इस्तीफा सौंप दिया है. रुपाणी 2016 में मुख्यमंत्री बने थे. करीब बीते 5 सालों से अटकलें चल रही थी कि बीजेपी नेतृत्व में बदलाव करेगी लेकिन इस पर फैसला अब आया है. गुजरात में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाला है जिसे लेकर अभी से ही राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई है. 1995 से अब तक गुजरात में बीजेपी का शासन रहा है.

CM Vijay Rupani के इस्तीफा की बड़ी वजह

गुजरात में अगले साल दिसंबर 2022 में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, जिसके पहले विजय रुपाणी का मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया जाना काफी अहम माना जा रहा है. बता दें कि विजय रुपाणी बतौर मुख्यमंत्री शनिवार को हुए एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मौजूद थे. हालांकि, यह कार्यक्रम वर्चुअल तरीके से हुआ था, लेकिन पीएम मोदी, विजय रुपाणी, डिप्टी सीएम नितिन पटेल आदि ने कार्यक्रम में शिरकत की थी. इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने सरदारधाम भवन का लोकार्पण किया था.

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इस्‍तीफा देने पर विजय रुपाणी ने कहा कि बीजेपी की परंपरा रही है कि कार्यकर्ताओं के दायित्‍व बदलते रहते हैं। लेकिन चर्चा है कि जनता विजय रुपाणी के नेतृत्‍व से खुश नहीं है। हाई कमान ने जनता की राय जानने के बाद यह फैसला लिया। इसी के मुताबिक विजय रुपाणी ने इस्‍तीफा दिया है। इस्‍तीफा देने के बाद रुपाणी ने मीड‍िया से बातचीत में इसकी जानकारी दी। चर्चा यह भी है कि रुपाणी की पार्टी संगठन से अनबन चल रही थी। खासकर बीजेपी प्रदेश अध्‍यक्ष के साथ उनके मतभेद सामने आ रहे थे।

सूत्रों के अनुसार, अब नए नेतृत्व के साथ बीजेपी गुजरात में अगला चुनाव लड़ने जा रही है. पिछले कुछ महीनों से आम आदमी पार्टी भी राज्य में बीजेपी को कड़ी टक्कर दे रही है. कोरोना वायरस की दूसरी लहर समेत कई मुद्दों को पार्टी ने जोर-शोर से उठाते हुए रुपाणी सरकार को घेरा है, जबकि कांग्रेस ने भी पिछले गुजरात चुनाव में अच्छा प्रदर्शन किया था. इसके बाद से ही कांग्रेस कार्यकर्ता भी लगातार गुजरात में सक्रिय होकर मुद्दों को उठाते रहे हैं.

गुजरात के नए सीएम उम्मीदवार (Gujarat New CM Candidate)

1. सीआर पाटिल (C. R. Patil)

2. मनसुख मंडाविया (Mansukh Mandaviya)

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3. पुरुषोत्तम रुपाला (Parshottam Rupala)

3. नितिन पटेल (Nitinbhai Patel)

कौन है विजय रुपानी (Who is C.R. Patil) ?

विजय रुपानी वर्तमान में गुजरात भाजपा के अध्‍यक्ष है। रुपानी साल 2014 में राजकोट विधानसभा का उपचुनाव जीतकर पहली बार विधायक बने थे। आनंदी बेन सरकार में उन्‍हें मंत्री भी बनाया गया। उन्‍हें गैर विवादित चेहरा माना जाता है। पार्टी कैडर में भी रुपानी काफी लोकप्रिय हैं और उनकी अच्‍छी पकड़ है। कहा जा रहा है कि वे जैन समुदाय से आते हैं।

कौन हैं मनसुख मंडाविया (Who is Mansukh Mandaviya)?

मनसुख मंडाविया सौराष्ट्र के भावनगर जिले के पलिताना तालुका के एक छोटे से गांव हनोल में एक मध्यमवर्गीय किसान परिवार में जन्में थे. 28 साल की आयु में साल 2002 में वे सबसे कम उम्र के विधायक बने. मनसुख मंडाविया अपने पदयात्राओं के लिए जाने जाते हैं. उन्होंने साल 2005 में एक विधायक के रूप में अपनी पहली यात्रा का आयोजन किया. इस दौरान उन्होंने लड़कियों की शिक्षा की वकालत करने के लिए पालीताना के 45 शैक्षिक रूप से पिछले गांवों से 123 किमी की दूरी तय की. वहीं दूसरी यात्रा में उन्होंने साल 2007 में की इस दौरान बेटी बचा और बेटी पढ़ाओ, और व्यासन हटाओ थीम के तहत पहयात्रा की. इस दौरान उन्होंने 127 किमी की यात्रा की.

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बता दें कि साल 2019 में उन्होंने 150 किमी की पदयात्रा की इस दौरान महात्मा गांधी की विचारधारा और मूल्यों के प्रचार को लेकर उन्होंने सप्ताहभर पैदल यात्रा की और 150 गावों से होकर गुजरे. बता दें कि इससे पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के पद पर डॉ. हर्षवर्धन थे लेकिन उनके स्थान पर अब मनसुख मंडाविया को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का कार्यभार दिया गया है.

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