Advertisement
  1. हिन्दी समाचार
  2. दिल्ली
  3. Hardik Patel ने छोड़ा कांग्रेस का हाथ, अब थाम सकते बीजेपी का दामन

Hardik Patel ने छोड़ा कांग्रेस का हाथ, अब थाम सकते बीजेपी का दामन

By संतोष सिंह 
Updated Date

नई दिल्ली। गुजरात के पाटीदार नेता  हार्दिक पटेल (Hardik Patel)  कांग्रेस (Congress) से इस्तीफा देकर अब  बीजेपी  (BJP)  का दामन थाम सकते हैं। मिली जानकारी के मुताबिक, हार्दिक पटेल (Hardik Patel)  पिछले दो महीने से बीजेपी (BJP)  नेताओं के संपर्क में थे। अब अगले एक हफ्ते में हार्दिक पटेल (Hardik Patel) बीजेपी (BJP) ज्वाइन कर सकते हैं।

पढ़ें :- लखनऊ लोकसभा सीट पर सपा ने राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. आशुतोष वर्मा का नामांकन दाखिल कराया,जानें क्या है वजह?

 

सूत्रों ने बताया कि बीजेपी ज्वाइन करने को लेकर हार्दिक पटेल की बीएल संतोष के साथ पिछले दिनों एक मीटिंग भी हुई थी। अमित शाह और पीएम मोदी की रजामंदी के बाद हार्दिक को बीजेपी में शामिल करने का फैसला हुआ, जिसके बाद यह मीटिंग हुई। हार्दिक पटेल को बीजेपी में शामिल करने की एक बड़ी वजह पाटीदार वोट बैंक माना जा रहा है।

जानकारी के मुताबिक, फिलहाल हार्दिक पटेल हिमाचल प्रदेश में किसी मंदिर में दर्शन के लिए गए हैं। वह कल अहमदाबाद आकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। हार्दिक पटेल ने बुधवार को आखिरकार कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया। गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले यह कांग्रेस के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। कांग्रेस से इस्तीफा देते हुए हार्दिक पटेल ने कांग्रेस पार्टी पर जमकर हमला किया है। हार्दिक बीते कुछ वक्त से कांग्रेस नेताओं से नाराज चल रहे थे । उनके पार्टी छोड़ने की अटकलें पहले से लगाई जा रही थीं।

पढ़ें :- Breaking News-सुप्रीम कोर्ट अरविंद केजरीवाल की अंतरिम जमानत पर कर सकता है विचार ,अगली सुनवाई 7 मई को

हार्दिक पटेल ने कांग्रेस पर क्या आरोप लगाए

कांग्रेस पार्टी देशहित और समाज हित के बिल्कुल विपरीत काम कर रही है। कांग्रेस पार्टी विरोध की राजनीति तक सीमत हो गई है। कांग्रेस राम मंदिर निर्माण, CAA-NRC, धारा 370, जीएसटी लागू करने में बाधा थी। जब देश संकट में था, तब हमारे नेता विदेश में थे।

बता दें कि हार्दिक पटेल को गुजरात कांग्रेस का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया था, लेकिन बीते कुछ वक्त से वह कांग्रेस नेतृत्व से नाराज चल रहे हैं। कई बार वह अपनी नाराजगी खुलकर जता भी चुके थे। उन्होंने यहां तक कह दिया था कि कांग्रेस में उनकी हालत ऐसी हो गई है जैसे नए दूल्हे की नसबंदी करा दी हो। यहां वह कहना चाह रहे थे कि उनके पास पार्टी में फैसला लेने की कोई पावर नहीं है। हार्दिक पटेल ने कहा था कि उनकी नाराजगी राहुल गांधी, प्रियंका गांधी या सोनिया गांधी से नहीं है, बल्कि स्टेट लीडरशिप से है।

Advertisement