लोक आस्था के महापर्व ‘छठ’ के रंग में पूरा उत्तर भारत रंगा हुआ है. सूर्य देवता का यह बेहद ही कठिन व्रत पूरी आस्था के साथ पूरे भारत में अपनी अलौकिक छठा बिखेर रहा है। इस व्रत को काफी संयमित होकर रखना पड़ता है. ये व्रत मानक है प्यार का, तपस्या का, भरोसे का और समर्पण का।
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छठके पावन पर्व को हिन्दू घर्म में बेहद ही पावन माना जाता है। जो बड़ी ही आस्था के साथ कियाजाता है।
छठ पूजा सेवा समिति के महामंत्री मुरारी प्रसाद श्रीवास्तव बताते हैं कि मिट्टी से बने चूल्हे के प्रसाद से गहरे अपनेपन का बोध होता है। छठ से पहले सूप व डलिया की मांग बढ़ गई है। मंगलपड़ाव स्थित रस्सी बाजार में सूप, डलिया आदि की खरीदारी के लिए लोग पहुंचने लगे हैं। फलों की मांंग भी बढ़ गई है।