Hydrogen Powered Trucks : छत्तीसगढ़ के विष्णुदेव साय साय ने रायपुर में ह्यड्रोजन चलित ट्रकों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इन हाइड्रोजन ट्रक में क्या है खास? इस ट्रायल के लिए जो ट्रक इस्तेमाल किए जा रहे हैं, वे टाटा मोटर्स की हाइड्रोजन मोबिलिटी टेक्नोलॉजी का बेहतरीन उदाहरण हैं। इनमें दो अलग-अलग प्रकार की टेक्नोलॉजी को शामिल किया गया है:
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हाइड्रोजन इंटरनल कम्बशन इंजन (H2-ICE)
हाइड्रोजन फ्यूल सेल इलेक्ट्रिक व्हीकल (H2-FCEV)
इसमें टाटा प्राइमा H.55S ट्रक के दो वेरिएंट शामिल हैं – एक H2-ICE इंजन पर आधारित और दूसरा FCEV तकनीक पर। इसके अलावा, टाटा प्राइमा H.28 नाम का एक और एडवांस्ड H2-ICE ट्रक भी इस ट्रायल का हिस्सा है।
300-500 KM की रेंज, बेहतरीन सुरक्षा और ड्राइवर कंफर्ट
इन ट्रकों की ऑपरेशनल रेंज 300 से 500 किलोमीटर तक होगी। इन्हें इस तरह डिजाइन किया गया है कि यह टिकाऊ, किफायती और हाई-परफॉर्मेंस ट्रांसपोर्टेशन (High-Performance Transportation) को संभव बना सके। ट्रकों में प्रीमियम प्राइमा कैबिन (Premium Prima Cabin in Trucks), एडवांस ड्राइवर-असिस्ट सेफ्टी फीचर्स (Advanced driver-assist safety features), और बेहतर सस्पेंशन दिए गए हैं, जिससे ड्राइवर को ज्यादा कंफर्ट और कम थकान महसूस होगी। साथ ही, ये ट्रक ट्रांसपोर्ट इंडस्ट्री में सुरक्षा के नए बेंचमार्क स्थापित करेंगे।