Side effects of eating poha: हेल्दी और टेस्टी ब्रेकफास्ट में से एक पोहा भी है। इसलिए अधिकतर घरों में सुबह के नाश्ते में पोहा को भी शामिल किया जाता हैं। वहीं कुछ लोगो को पोहा खाने पेट फुलने की दिक्कत होने लगती हैं।
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पोहा में कार्बोहाइड्रेट और फाइबर की मात्रा अधिक होती है। इसलिए इसे खाने से कई लोगो को कब्ज की दिक्कत हो सकती है। क्योंकि पोहा हैवी होता है और इसे पचने में मुश्किल माना जाता है। जिन लोगो का वजन अधिक है और वेट लॉस करना चाहते हैं उन्हें डेली पोहा नहीं खाना चाहिए। इससे आपका वजन अधिक बढ़ सकता है। पोहे में कार्ब्स होता है। वहीं पोहे में पड़ने वाली मूंगफली के दानों और आलू को हैवी माना जाता है इसलिए जो लोग अपना वजन कम करना चाह रहे हैं उन्हें नहीं खाना चाहिए।
जिन लोगों का पाचन कमजोर है, कब्ज रहती है या पाइल्स की समस्या है। उन्हें पोहा पूरी तरह से अवॉएड करना चाहिए।पोहा सफेद चावलों से बनता है। जिसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स ज्यादा होता है। साथ ही पोहे में भी कार्बोहाइड्रेट की मात्रा ज्यादा होती है। इसलिए डायबिटीज के मरीजों को पोहा खाना अवॉएड करना चाहिए। पोहा खाने से ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है।
फाइबर की मात्रा ज्यादा होने की वजह से जिन लोगों को लगातार कई घंटों बैठना हो, उन्हें पोहा नहीं खाना चाहिए। क्योंकि पाचन मुश्किल होने की वजह से ब्लॉटिंग और एसिडिटी होने लगती है।
ब्रेकफास्ट में पोहा उन लोगों के लिए हेल्दी है जिनका डाइजेशन अच्छा रहता है और वो आसानी से खाने को पचा लेते हैं। साथ ही जिन्हें घंटों बैठ कर काम नहीं करना है और फिजिकल वर्क करना है। उनके लिए पोहा ब्रेकफास्ट में खाना सही है।