नई दिल्ली। आगे आने वाले समय में भारत दो अलग-अलग टीमों के साथ मैदान में उतर सकता है। भारत का शेड्यूल द्विपक्षीय सीरीज और बड़े टूर्नामेंटो से भरा हुआ है। इस साल सामने आ रही चुनौतियों को देखते हुए इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता की आने वाले समय में भारतीय टीम दो बिल्कुल अलग-अलग टीमों के तौर पर खेल सकती है। भारत के मुख्य कोच रवि शास्त्री ने इस मुद्दे पर अपनी राय रखी है।
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उन्होंने कहा कि बायो-बबल और क्वारंटीन के नियमों की वजह से खिलाड़ियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ये ऐसी चीजें हैं जिसकी कोई कल्पना नहीं कर सकता है, लेकिन परिस्थितियों ने ऐसी चीजें बना दी हैं। शास्त्री ने स्वीकार किया कि पिछले 6 महीनों में भारत की तरफ से खेलने वाले खिलाड़ियों की संख्या आश्चर्य करने वाली है। टी नटराजन, अक्षर पटेल, शुभमन गिल कुछ ऐसे नाम हैं, जिन्होंने अपनी शुरुआत टेस्ट डेब्यू से की और अब ईशान किशन और सूर्यकुमार यादव जैसे खिलाड़ी सीमित ओवरो के फॉर्मेट में इसी रास्ते पर हैं।
शास्त्री ने कहा, आपने उन खिलाड़ियों की संख्या के बारे में कभी कल्पना नहीं की होगी, जो पिछले 6 महीने में भारत के लिए खेले हैं। ऑस्ट्रेलिया में बबल के आने की वजह से ये पॉजीटिव चीज बाहर आई। भारत अब बढ़ें स्कवॉड के साथ यात्रा कर रहा है। आमतौर पर हम 17 या 18 खिलाड़ियों के साथ यात्रा करते हैं। लेकिन बॉयो- बबल की वजह से हमें 25-30 या अधिक क्रिकेटरों के साथ ऑस्ट्रेलिया जाना पड़ा। इसके लिए आपको गंभीरता के साथ बेस्ट चुनने पड़े। किस्मत से हमारे पास कोई विकल्प नहीं था, लेकिन हमने 30 खिलाड़ियों के साथ खेला। इससे हमें पता चला कि कौन अच्छा है और कौन नहीं और इसने अच्छा काम किया।