Advertisement
  1. हिन्दी समाचार
  2. उत्तर प्रदेश
  3. महिलाओं के सशक्तिकरण के बिना भारत सशक्त नहीं हो सकता : स्वाती सिंह

महिलाओं के सशक्तिकरण के बिना भारत सशक्त नहीं हो सकता : स्वाती सिंह

By आराधना शर्मा 
Updated Date

सीतापुर: माहवारी के दौरान स्वच्छता के महत्व पर ‘स्वाती फाउंडेशन’ प्रदेश स्तरीय जागरूकता अभियान चला रहा है। इसी क्रम में मंगलवार को दीनदयाल उपाध्याय राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान दो सौ से अधिक छात्राओं को जागरूक किया गया। इस दौरान पूर्व मंत्री स्वाती सिंह ने कहा कि महिलाओं के सशक्तीकरण के बिना भारत सशक्त और समर्थवान नहीं हो सकता। इस बात को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बखूबी समझा।

पढ़ें :- स्वाती सिंह , बोलीं-राहुल गांधी सिर्फ फूट डालने की फिराक में, कांग्रेस शासित राज्यों में क्यों नहीं कराते जातिगत जनगणना?

उन्होंने कहा कि अब महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए सिर्फ कागजों पर योजनाएं नहीं चलतीं। हर योजना को धरातल पर पहुंचाया जाता है। इसी वजह से आज अधिकांश महिलाओं को धुएं से मुक्ति मिल गयी और उज्जवला योजना के माध्यम से हर घर तक गैस सिलेंडर पहुंच गया। प्रधानमंत्री ने महिलाओं को शौच के लिए बाहर न जाना पड़े। इसका ध्यान बखुबी रखा और हर घर शौचालय बनाने का अभियान शूरू किया। आज हर घर में शौचालय देखने को मिल रहा है।

पूर्व मंत्री स्वाती सिंह ने कहा कि माहवारी से बच्चियों को शर्म नहीं करनी चाहिए। उस पर खुलकर चर्चा करने की जरूरत है। पीरियड के दौरान स्वच्छता जरूरी है। स्वच्छता के अभाव में ही सर्वाइकल कैंसर होता है। उन्होंने कहा कि माहवारी के दौरान सैनेटरी पैड्स का इस्तेमाल किया जाना जरूरी है। आज भी सत्तर प्रतिशत युवतियों को अपने पहले मासिक धर्म के बारे में कोई जानकारी नहीं हो पाती है। इसका कारण है कि हम आज भी इसके प्रति अपने घर में बात नहीं करते। मासिक धर्म में स्वच्छता के तौर-तरीके न अपनाने के कारण 23 प्रतिशत महिलाएं सर्वाइकल कैंसर और अन्य रोगों की शिकार हो रही हैं।

पढ़ें :- संविधान हत्या दिवस का विरोध कर अपनी पार्टी के विचारों से विमुख हुए अखिलेश : स्वाती सिंह

उन्होंने कहा कि क्वीन मेरी अस्पताल के एक शोध में सामने आया कि 150 सर्वाइकल कैंसर की महिलाओं में एक भी सैनेटरी पैड का उपयोग नहीं कर रही थीं। वहीं, जिन महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर की समस्या नहीं थी, वह महावारी के समय सैनेटरी नैपकिन का उपयोग करने के साथ साफ-सफाई का बेहद ख्याल रखती थीं। इस अवसर पर प्राचार्य प्रोफेसर रविंद्र कुमार, असिस्टेंट प्रोफेसर डा. राजीव द्विवेदी, अनूप कुमार, रश्मि संत, प्रियंका भारती, डा. आरती मिश्रा, डा. कुंवर जी तिवारी आदि मौजूद रहे।

Advertisement