Advertisement
  1. हिन्दी समाचार
  2. उत्तर प्रदेश
  3. इरफान सोलंकी का पुलिस पर फूटा गुस्सा, बोले- परिवार को परेशान करना बंद करो, इस्तीफा चाहते हो तो मैं देने को तैयार

इरफान सोलंकी का पुलिस पर फूटा गुस्सा, बोले- परिवार को परेशान करना बंद करो, इस्तीफा चाहते हो तो मैं देने को तैयार

By संतोष सिंह 
Updated Date

कानपुर। कानपुर के जाजमऊ आगजनी मामले में एमपीएमएलए सेशन कोर्ट के विशेष न्यायाधीश सत्येंद्र नाथ त्रिपाठी की अदालत में शुक्रवार को सपा विधायक इरफान सोलंकी (SP MLA Irfan Solanki) , उनके भाई रिजवान समेत पांच लोगों के खिलाफ सुनवाई के बाद उन्हें वापस भेज दिया गया। इरफान को महाराजगंज जेल से लगभग 12:30 बजे कड़ी सुरक्षा में कानपुर लाया गया। वहीं, रिजवान, मोहम्मद शरीफ, शौकत अली व इसराइल आटे वाला को कानपुर जेल से कोर्ट लाया गया। अभियोजन की ओर से एफआईआर दर्ज करने वाले एफआईआर लेखक संजीव कुमार को कोर्ट में गवाह के रूप में पेश किया गया।

पढ़ें :- Lok Sabha Elections 2024: तीसरे चरण का प्रचार थमा, यूपी की इन सीटों पर होगी वोटिंग

कोर्ट में गवाही के बाद बचाव पक्ष के अधिवक्ताओं सईद नकवी, करीम अहमद सिद्दीकी, मोहम्मद तौहीद, रविंद्र वर्मा ने जिरह भी की। अधिवक्ता प्राची श्रीवास्तव ने बताया कि मुकदमे की वादिनी नजीर फातिमा की भी गवाही होनी थी, लेकिन वह तबीयत ठीक न होने के कारण कोर्ट नहीं आ सकी।

अगली तारीख की मांग की

उसकी ओर से कोर्ट में एक प्रार्थना पत्र देकर अगली तारीख की मांग की गई है। कोर्ट ने 20 मार्च की तारीख नियत की है। वही फर्जी आधार कार्ड से हवाई यात्रा करने के मामले में एमपी एमएलए लोअर कोर्ट में आज भी आरोप तय नहीं हो सके। दोपहर लगभग 3:30 इरफान को कड़ी सुरक्षा में वापस महाराजगंज ले जाया गया।

परिवार को परेशान मत करो, इस्तीफा चाहते हो तो मैं देने को तैयार

पढ़ें :- स्वामी प्रसाद मौर्य के मंच पर फेंका गया जूता, भाषण के दौरान हुआ हमला,आरोपी युवक गिरफ्तार

पेशी से लौटते वक्त परिवार से मिलने न देने पर इरफान का गुस्सा पुलिस पर फूट पड़ा। मीडिया के सामने इरफान ने अपना दर्द बयान करते हुए कहा कि मेरे परिवार को परेशान करना बंद कर दो.. जब मिलने नहीं देना, तो बुलाते क्यों हो? सरकार को अगर मेरा इस्तीफा चाहिए, तो मैं देने को तैयार हूं…लेकिन परिवार को परेशान करना बंद कर दो।

कोर्ट के बाहर फूट फूट कर रोई इरफान की पत्नी

इरफान को महाराजगंज जेल में बंद किया गया है। वहां जाओ तो काफी दूर से मिलने दिया जाता है। कोर्ट में आओ, तो मुलाकात नहीं करने दी जाती। एक एक हफ्ते में अदालत में पेशी हो रही है। बच्चों के बोर्ड के एग्जाम हैं। हम बच्चों को एग्जाम दिलवाएं या अपने पति से मिलने महाराजगंज और कोर्ट आएं। इरफान की पत्नी ने रो-रो कर सरकार से माफी की गुहार लगाई। उन्होंने कहा कि हम थक चुके हैं, हम टूट चुके हैं सरकार को हमारे आंसू दिखाई नहीं दे रहे हैं अब हमें माफ कर दिया जाए।

Advertisement