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असीम मुनीर बनने जा रहे पाकिस्तान के सुप्रीम लीडर? हाई-लेवल बैठकों के बाद नए राष्ट्रपति शासन की अटकलें तेज

By Abhimanyu 
Updated Date

Pakistan Politics: पाकिस्तान में मंगलवार को पीएम शहबाज शरीफ के साथ सेना प्रमुख फील्ड मार्शल सैयद असीम मुनीर और राष्ट्रपति आसिफ जरदारी के बीच हाई-लेवल बैठक ने कई तरह की अटकलों को हवा देने का काम किया है। चर्चा है कि जरदारी के इस्तीफे के बाद मुनीर राष्ट्रपति की कुर्सी संभाल सकते हैं। इसके अलावा, देश की संसदीय प्रणाली में भी बड़ा बदलाव हो सकता है।

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एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, मंगलवार को राष्ट्रपति आवास में पीएम शहबाज शरीफ ने राष्ट्रपति आसिफ जरदारी से मुलाकात की। इसके कुछ देर पहले ही सेना प्रमुख असीम मुनीर ने पीएम शरीफ से उनके आवास पर बैठक की थी। मंगलवार शाम हुईं एक के बाद एक हाई-लेवल बैठकों ने राष्ट्रपति बदलने की अटकलों को हवा दे दी है। अखबार से बातचीत में रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने राष्ट्रपति के इस्तीफे और उनकी जगह सेना प्रमुख के लेने का मुद्दा राष्ट्रपति जरदारी और पीएम शहबाज की मीटिंग में उठने की पुष्टि की। लेकिन उन्होंने मुनीर को राष्ट्रपति बनाए जाने की सभी खबरों को निराधार बताया है। आसिफ ने यह भी दावा किया कि सेना प्रमुख राजनीति में कोई दिलचस्पी नहीं रखते हैं।

कई मीडिया रिपोर्ट्स में आशंका जताई जा रही है कि पाकिस्तान के संविधान में 27वां संशोधन किया जा सकता है। इसके साथ ही राष्ट्रपति जरदारी पद छोड़ सकते हैं और इससे उनके उत्तराधिकारी के लिए रास्ता साफ हो जाएगा। अटकलें हैं कि राष्ट्रपति जरदारी का इस्तीफा हो सकता है या फिर देश में संसदीय प्रणाली को खत्म कर राष्ट्रपति प्रणाली की शुरूआत की जा सकती है। पाकिस्तान के कुछ पत्रकारों का मानना है कि देश में राष्ट्रपति शासन सिस्टम की शुरूआत हो सकती है और असीम मुनीर देश के नए राष्ट्रपति हो सकते है।

पाकिस्तान के कई पॉलिटिकल एक्सपर्ट कह रहे हैं कि देश में ये हाई लेवल बैठकें उस दौर में हो रही हैं, जब तथाकथित “हाइब्रिड मॉडल” (सेना) अब पर्दे के पीछे नहीं, बल्कि खुले तौर पर सामने आ चुका है। पाकिस्तानी सेना और निर्वाचित सरकार के साझा रूप में चलने वाली इस व्यवस्था को स्वीकार किए जाने के साथ-साथ इसे सत्ता के केंद्र में देखा भी जा रहा है। सेना प्रमुख को वैश्विक स्तर पर जिस तरह की मान्यता मिल रही है, वह इस नए राजनीतिक संतुलन का संकेत है। दावा यह भी किया जा रहा है कि मुनीर पाकिस्तान में संसदीय व्यवस्था खत्म कर अमेरिका की तरह राष्ट्रपति शासन व्यवस्था लागू करना चाहते हैं। यानि सारी शक्तियां पाकिस्तान के राष्ट्रपति के पास होंगी।

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