नई दिल्ली। संसद के विशेष सत्र की शुरूआत से पहले देशभर में सियासी सरगर्मी बढ़ गयी है। विपक्षी दलों की तरफ से कई तरह के दावे किए जा रहे हैं। कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर सत्र के एजेंडे के बारे में बताने के लिए कहा था। इस बीच केंद्रीय संसदीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने सोनिया गांधी के पत्र का जवाब दिया गया है।
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उन्होंने सोनिया गांधी पर संसद के कामकाज में राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया है। प्रह्लाद जोशी (Prahlad Joshi) ने कहा कि स्थापित प्रक्रियाओं का पालन करने के बाद 18 सितंबर से संसद सत्र आहूत किया गया है। सत्र बुलाने के लिए राजनीतिक दलों ने कभी पहले से परामर्श नहीं किया।
यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक वरिष्ठ सांसद होने के बाद भी कांग्रेस की पूर्व अध्यक्षा श्रीमती गांधी संसद के आगामी सत्र को लेकर अनावश्यक विवाद पैदा करने की कोशिश कर रही हैं।
संसद का सत्र बुलाना भारत सरकार का संवैधानिक अधिकार है। मैं आशा करता हूं कि सभी पार्टियां संसद की गरिमा… pic.twitter.com/STTOYtxIsO— Pralhad Joshi (@JoshiPralhad) September 6, 2023
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प्रह्लाद जोशी (Prahlad Joshi) ने ट्वीट कर लिखा कि, यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक वरिष्ठ सांसद होने के बाद भी कांग्रेस की पूर्व अध्यक्षा श्रीमती गांधी संसद के आगामी सत्र को लेकर अनावश्यक विवाद पैदा करने की कोशिश कर रही हैं। संसद का सत्र बुलाना भारत सरकार का संवैधानिक अधिकार है। मैं आशा करता हूं कि सभी पार्टियां संसद की गरिमा बनाए रखने में अपना पूरा सहयोग देंगी। हमारी सरकार किसी भी मुद्दे पर चर्चा करने के लिए हमेशा तैयार है।
बता दें कि, सोनिया गांधी ने संसद के विशेष सत्र को लेकर गुरुवार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। इसके जरिए उन्होंने सत्र के एजेंडे के बारे में जानकारी मांगी थी। इसके साथ ही उन्होंने 9 मुद्दों का जिक्र करते हुए उस पर चर्चा की मांग की है।