Mirwaiz Umar Farooq Under House Arrest : घाटी में विरोध प्रदर्शन की आशंका को देखते हुए प्रशासन ने ऑल पार्टी हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के चेयरमैन मीरवाइज उमर फारूक (Mirwaiz Umar Farooq) को नजरबंद कर दिया है। इसके साथ ही रमजान के आखिरी शुक्रवार जुमात-उल-विदा से पहले ऐतिहासिक जामिया मस्जिद (Jamia Masjid Closed) को भी बंद कर दिया गया है। अनुच्छेद 370 के रद्द होने के बाद से पिछले पांच वर्षों से मस्जिद में जुम्मत उल विदा की नमाज की अनुमति नहीं दी गई है।
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दरअसल, जुमात-उल-विदा को यौम-ए-कुद्स (QUDS दिवस) के रूप में मनाया जाता है जोकि फिलिस्तीन (Palestine) के लोगों के साथ एक वैश्विक एकजुटता अभियान का प्रतीक है। नौहट्टा में मस्जिद की प्रबंध संस्था अंजुमन औकाफ जामिया मस्जिद ने बताया कि जिला मजिस्ट्रेट और पुलिस अधिकारियों ने शुक्रवार (05 अप्रैल) की सुबह दौरा किया। इस दौरान उन्हें गेट बंद करने का निर्देश दिया गया, क्योंकि ‘जुमात-उल-विदा की नमाज की अनुमति नहीं दी गयी। मीरवाइज मौलवी उमर फारूक को निगीन हजरतबल में उनके आवास पर नजरबंद कर दिया गया है। सूत्रों की माने तो अधिकारियों ने सुरक्षा बलों को कश्मीर घाटी में कहीं भी फिलिस्तीन के साथ एकजुटता में मार्च की अनुमति नहीं देने का निर्देश दिया है।
इससे पहले बैठक में मीरवाइज ने औकाफ के अधिकारियों और कर्मचारियों को अपनी जिम्मेदारियों को लगन से पूरा करने का निर्देश दिया, ताकि जुम्मत-उल-विदा, शब-ए-कद्र और ईद-उल-फितर जैसे अवसरों पर आंतरिक व्यवस्था में कोई असुविधा या शिकायत न हो। बता दें कि जुम्मत उल विदा रमजान के आखिरी शुक्रवार को मनाया जाता है जो दुनिया भर के मुसलमानों के लिए बहुत महत्व रखता है।