नई दिल्ली: हेनले एंड पार्टनर्स ने पासपोर्ट इंडेक्स ग्लोबल सूची 2021 जारी कर दी है. यह दुनिया के सभी पासपोर्ट की विश्वसनीय रैंकिंग के तौर पर जाना जाता है. किसी देश की रैंकिंग इस आधार पर की जाती है, उसके धारक बिना वीजा कितने देशों में यात्रा कर सकते हैं. इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन इसका डाटा देती है. हेनले के 2021 की सूची के अनुसार जापान पहले स्थान पर है. जिसके पासपोर्ट धारक दुनिया में 191 देशों में यात्रा कर सकते हैं. बता दें जापान लगातार तीन सालों से पहले स्थान पर बना हुआ है. इस सूची में चीन 70वां, भारत 85वां और पाकिस्तान 107वां स्थान पर है.
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हेनले पासपोर्ट इंडेक्स की सूची में दूसरे नंबर पर सिंगापुर है. दक्षिण कोरिया व जर्मनी तीसरे स्थान पर है और इटली फिनलैंड, स्पेन और लक्समबर्ग चौथे स्थान पर है. डेनमार्क और ऑस्ट्रिया पांचवें और छठे स्थान पर स्वीडन, फ्रांस, पुर्तगाल, नीदरलैंड और आयरलैंड देश शामिल है. अमेरिका, स्विट्जरलैंड, ब्रिटेन, नार्वे और न्यूजीलैंड की सातवें स्थान पर है. ग्रीस, माल्टा, चेक रिब्लिक और ऑस्ट्रेलिया आठवें, कनाडा नौवे और दसवें स्थान पर हंगरी है.
वहीं भारत और तजाकिस्तान 85वें पायदान पर है. दुनिया के 58 देश भारतीय पासपोर्ट धारकों को बिना किसी पूर्व वीजा के साथ प्रवेश की अनुमति देते हैं. पड़ोसी देश चीन 70वें, नेपाल 104 वें और पाकिस्तान 107वें स्थान पर है. पाक नागरिक केवल 32 देशों में बिना वीजा के प्रवेश कर सकते हैं. सीरिया, इराक और अफगानिस्तान सबसे खराब पासपोर्ट वाले देश बने हुए.
हेनले एंड पार्टनर्स के अध्यक्ष क्रिश्चयन एच केलिन ने कहा एक साल पहले सभी संकेत थे कि वैश्विक दरें गतिशीलता बढ़ती रहेगी. जिससे यात्रा की स्वतंत्रता बढ़ेगी और शक्तिशाली पासपोर्ट धारकों को पहले से कहीं अधिक पहुंच का आनंद मिलेगा. केलिन ने आगे कहा, नवीनतम सूचकांक के परिणाम इस बात की याद दिलाते हैं कि दुनिया में पासपोर्ट शक्ति का क्या मतलब है.