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Tribute to Kalyan Singh : अमित शाह बोले- बाबूजी का जाना बीजेपी के लिए बड़ी क्षति, उनकी जगह भर पाना मुश्किल

By संतोष सिंह 
Updated Date

अलीगढ़। उत्तर प्रदेश  (Uttar Pradesh) के अलीगढ़ (Aligarh) जिले के नरौरा घाट (Narora Ghat) पर यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह (Kalyan Singh)  के अंतिम संस्कार की तैयारी पूरी हो चुकी है। यहां के पुरोहित चंद्र पाल आर्य ने बताया कि करीब 3 बजे तक कल्याण सिंह का पार्थिव शरीर घाट तक पहुंच जाएगा। उन्होंने बताया कि अग्नि देने के बाद करीब एक घंटे तक वैदिक मंत्रोच्चार का कार्यक्रम चलेगा। उन्होंने ये भी बताया कि 21 पंडित वैदिक विधि-विधान से उनका अंतिम संस्कार करवाएंगे।

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केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह (Former UP Chief Minister Kalyan Singh) का जाना भाजपा (BJP) के लिए बड़ी क्षति है। बीजेपी ने एक दिग्गज और हमेशा संघर्षरत रहने वाला नेता खोया है। दबे, कुचले, पिछड़ों ने अपने शुभचिंतक नेता गंवाया है। उन्होंने कहा कि राम जन्मभूमि आंदोलन (Ram Janmabhoomi Movement) के लिए उन्होंने बिना सोचे-समझे सत्ता त्याग दी।

उन्होंने कहा कि जब राम जन्मभूमि का शिलान्यास (Foundation stone of Ram Janmabhoomi) हुआ है। उसी दिन मेरी बाबूजी से बात हुई थी। शाह ने कहा कि बड़े हर्ष और संतोष के साथ बताते थे कि मेरे जीवन का लक्ष्य आज पूरा हो गया है। पूरा जीवन यूपी के विकास को समर्पित रहा। गरीब लोगों को समर्पित रहा और यूपी को देश का सबसे अच्छा प्रदेश बनाने के लिए वो कार्यरत रहे। हम सब बीजेपी के कार्यकर्ताओं के लिए इतने गरीब तबके से उठकर इतना बड़ा नेता बनना, विचारधारा के लक्ष्यों के लिए जीवनभर संघर्षरत रहना, दबे-कुचले वर्ग के लिए हमेशा समर्पित रखना, ये सब हमारे लिए प्रेरणा रहेगी। उन्होंने आगे कहा कि बाबूजी के जाने से राजनीति के अंदर, खासकर बीजेपी के लिए एक बड़ी जगह खाली हुई है। मैं मानता हूं कि इसे लंबे समय तक भर पाना बहुत मुश्किल होगा।

मुख्य पुरोहित चंद्र पाल आर्य ने बताया कि 20 किलो चंदन की लकड़ी, 5 क्विंटल आम की लकड़ी, 50 किलो केसर कपूर और अन्य औषधियों की सामग्री, 60 किलो घी से अंतिम संस्कार की वैदिक विधि विधान से प्रकिया पूरी की जाएगी।  उन्होंने बताया कि आर्य समाज के 21 पंडित वैदिक रीति-रिवाज से उनका अंतिम संस्कार कराएंगे।

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