नई दिल्ली। कोलकाता में चिकित्सक से दुष्कर्म और हत्या मामले (Kolkata Doctor Rape and Murder Case) से संबंधित याचिका पर सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में सोमवार को सुनवाई हो रही है। इस दौरान केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने मामले की जांच को लेकर स्टेटस रिपोर्ट पेश की। बंगाल सरकार (West Bengal Government) ने भी कोर्ट को स्थिति रिपोर्ट सौंपी है। सुनवाई के दौरान वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) को बताया कि पश्चिम बंगाल सरकार (West Bengal Government) ने स्थिति रिपोर्ट दाखिल की है। इसमें बताया गया है कि जब डॉक्टर काम नहीं कर रहे थे, तब 23 लोगों की मौत हो गई।
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सुप्रीम कोर्ट ने मामले में स्वत: संज्ञान लेते हुए सोमवार को सुनवाई की। प्रधान न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ (Chief Justice DY Chandrachud) , न्यायमूर्ति जेबी पारदीवाला (Justice JB Pardiwala) और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा (Justice Manoj Mishra) की पीठ मामले में सुनवाई की। कोर्ट ने 22 अगस्त को महिला चिकित्सक की अप्राकृतिक मौत का मामला दर्ज करने में देरी को लेकर कोलकाता पुलिस से नाराजगी जताई थी। आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (RG Kar Medical College and Hospital) की प्रशिक्षु पीजी चिकित्सक (PG Doctor Trainee) के साथ दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या कर दी गई थी।
कोर्ट ने इसे बेहद परेशान करने वाली घटना बताया था। कोर्ट ने घटनाक्रम और प्रक्रियागत औपचारिकताओं के समय पर सवाल उठाए थे। सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने चिकित्सकों और अन्य स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों की सुरक्षा के लिहाज से प्रोटोकॉल तैयार करने के लिए 10 सदस्यीय राष्ट्रीय कार्य बल (NTF) का गठन किया था। कोर्ट ने घटना को भयावह करार देते हुए प्राथमिकी दर्ज करने में देरी पर राज्य सरकार से भी अप्रसन्नता जाहिर की थी।