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Lakhimpur Violence Case : आशीष मिश्रा और अंकित दास की बढ़ी मुश्किल, FSL रिपोर्ट में लाइसेंसी असलहे से फायरिंग की पुष्टि

By संतोष सिंह 
Updated Date

लखनऊ। Lakhimpur Violence Case : लखीमपुर हिंसा मामले में फॉरेंसिक लैब की रिपोर्ट (Forensic Lab Report) मंगलवार को आ गई है। इस रिपोर्ट में फायरिंग की पुष्टि हुई है। रिपोर्ट के अनुसार केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा ‘टेनी’ (Union Minister of State for Home Ajay Mishra ‘Teni’) के बेटे आशीष मिश्रा (Ashish Mishra) और उसके करीबी अंकित दास (Ankit Das) के लाइसेंसी असलहा की बैलेस्टिक रिपोर्ट (Ballistic Report) में फायरिंग की पुष्टि हुई है। इससे साफ हो गया है कि तिकुनिया में हिंसा (Tikunia Violence) के दौरान लाइसेंसी असलहे से फायरिंग भी की गई थी।

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बता दें कि तिकुनिया हिंसा (Tikunia Violence) के दौरान किसानों ने फायरिंग करने का मामला भी उठाया था। इसकी जांच के लिए लखीमपुर पुलिस (Lakhimpur Police) ने अंकित दास (Ankit Das) की रिपीटर गन, पिस्टल और आशीष मिश्रा की राइफल (Ashish Mishra)  और रिवॉल्वर को जब्त किया था। इसके बाद चारों असलहो की एफएसएल रिपोर्ट मांगी गई थी। रिपोर्ट में फायरिंग की पुष्टि हो गई है।

बता दें किसानों को कुचलने के इस मामले में काफी तूल पकड़ा था। इस मामले में जमकर सियासत भी हुई थी। इसके बाद यह मामला सुप्रीम कोर्ट (Supreme court)  में भी पहुंचा और जहां पर बीते 8 नवंबर को सुनवाई के दौरान उत्तर प्रदेश सरकार (Government of Uttar Pradesh) को कड़ी फटकार लगा गई है।

सुप्रीम कोर्ट (Supreme court) ने सुनवाई के दौरान साफ-साफ कहा कि उसे मामले की जांच कर रही SIT टीम पर भरोसा नहीं है। इसलिए जांच की निगरानी के लिए रिटायर्ड जज की नियुक्ति जरूरी है। इसके अलावा कोर्ट ने FIR में हो रहे घालमेल पर भी आपत्ति जताई और कहा कि जांच दल खास आरोपी के बचाव में सबूत जुटा रहा है।

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