नई दिल्ली। कल देश में लागू तीन कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे किसानों के आंदोलन का 100वां दिन था। केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान लंबे समय से आंदोलन कर रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ किसानों के विरोध का समर्थन कांग्रेस और अन्य विपक्षी पार्टियां लगातार कर रही है। हर विपक्षी पार्टियों के नेता लगातार किसानों के समर्थन में महापंचायत कर रहे हैं।
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इससे पहले कांग्रेस ने किसान आंदोलन के 100 दिन पूरे होने की पृष्ठभूमि में सरकार पर अन्नदाताओं के साथ ‘अत्याचार करने’ का आरोप लगाया था। उस दौरान कांग्रेस ने कहा था, पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में बीजेपी की हार सुनिश्चित होने पर ही आंदोलन कर रहे किसानों की जीत का रास्ता खुलेगा। उस दौरान राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा था, देश की सीमा पर जान बिछाते हैं जिनके बेटे, उनके लिए कीलें बिछाई हैं दिल्ली की सीमा पर।
जीविका अधिकार है, उपकार नहीं!#मोदी_MSP_दो
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) March 7, 2021
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अन्नदाता मांगे अधिकार, सरकार करे अत्याचार। सभी नए कृषि कानूनों को रद्द करने और फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी की मांग कर रहे हैं। राहुल ने आज फिर ट्वीट करके कहा है कि मोदी MSP (न्यूनतम समर्थन मूल्य) दीजिए। आप देख सकते हैं राहुल ने ट्वीट करते हुए लिखा है, जीविका अधिकार है, उपकार नहीं।