लखनऊ। यूपी (UP) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) और उनकी पुलिस प्रदेश में ल़ॉ एंड ऑर्डर (Law and Order) को लेकर अक्सर बड़े – बड़े दावे करती रहती है। यूपी (UP) में बेहतर कानून व्यवस्था को योगी सरकार (Yogi Government) का सबसे बड़ा उपलब्धि माना जाता है, लेकिन फिर ऐसे अपराध होते हैं, जिससे इन दावों पर गंभीर सवाल खड़े होते हैं।
पढ़ें :- Jhansi Medical College Fire Accident : जब 30 से 40 प्रतिशत चलेगा कमीशन का खेल,तो मेडिकल कॉलेज व अस्पतालों में कैसे रुकेंगे हादसे?
यूपी (UP) की राजधानी लखनऊ (Lucknow ) में ही एक ऐसी वारदात हुई है, जिसके बारे में जानकर लोगों में हड़कंप मच गया है। लखनऊ (Lucknow) के गोसाईंगज थाना (Gosaingaj Police Station) क्षेत्र के गोरिया रोड पर स्थित एक कॉम्प्लेक्स की रखवाली करने वाले एक सिक्योरिटी गार्ड की बीती रात नृशंस तरीके से हत्या कर दी गई। बदमाशों ने गार्ड का पहले गला रेता और फिर उसकी नाक काट ली। मृतक का नाम शिवराज है जो कि करीम खेड़ा गांव (Karim Kheda Village) का रहने वाला था।
पुलिस ने मामले में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। ड्यूटी से जब घर नहीं लौटा तो हुआ शक शिवराज रोजाना रात को गोरिया रोड पर स्थित कॉम्प्लेक्स की चौकीदारी करने जाते थे। वह रात को वहीं पर सोते थे। रविवार को भी वह ड्यूटी पर गए थे। सोमवार सुबह जब वो घर नहीं लौटे तो परिवार परेशान हो गया। उनका फोन भी बंद आ रहा था, जिससे किसी अनहोनी की आशंका और बढ़ गई। फिर उनके परिजन उन्हें खोजते हुए कॉम्प्लेक्स तक पहुंचे। जब वे छत पर पहुंचे तो वहां का मंजर देख उनके पैरों तले की जमीन खिसक गई। खून से लथपथ शिवराज का शव बिस्तर पर पड़ा था। गर्दन पर किसी तेज हथियार के वार के निशान थे और नाक भी काट ली गई थी। उसके मोबाइल को भी तोड़कर फेंक दिया गया था।
घटना को इतनी बर्बरता से अंजाम दिया गया था, मानों कोई निजी रंजिश हो। मृतक के बेटे की शिकायत पर पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस इस मामले को लेकर कॉम्प्लेक्स के मालिक नीरजपति त्रिपाठी (Complex owner Neerajpati Tripathi) से भी पूछताछ कर सकती है। डीसीपी उत्तर जोन विनीत जायसवाल (DCP North Zone Vineet Jaiswal) ने बताया कि घटना की जांच के लिए एक टीम गठित कर दी गई है। विभिन्न एंगिल से वारदात की जांच की जा रही है। जल्द ही इस मामले का खुलासा कर दिया जाएगा। उधर, परिजनों ने मृतक शिवराज के शव को रखकर प्रदर्शन भी किया। काफी समझाने-बुझाने के बाद वे अंतिम संस्कार के लिए राजी हुए।