Mahashivratri 2024 : महाशिवरात्रि के महापर्व पर भगवान शिव की आराधना के साथ भगवान भोलेनाथ की विशेष पूजा की जाती है। पौराणिक मान्यता है कि शिवालयों में पौधे लगाने पर धन संपत्ति में वृद्धि होती है। पर्व के दिन के लिए शिव भक्त इसकी तैयारियों में जुट गए हैं। शिव पुराण में पार्थिव शिवलिंग पूजा का विशेष महत्व बताया है। शिव पुराण में वर्णित है कि पार्थिव पूजन सभी दुखों को दूर करके सभी मनोकामनाएं पूर्ण करता है। हर दिन पार्थिव पूजन किया जाए तो इस लोक और परलोक में भी अखण्ड शिव भक्ति मिलती है। पार्थिव शिवलिंग बनाने के लिए किसी पवित्र नदी या तालाब की मिट्टी लें। उस मिट्टी को फूल, चंदन और अन्य पूजन सामग्री से शोधित करें।
पढ़ें :- Mahashivratri 2024 Vahan Ki Puja : महाशिवरात्रि पर करें अपने वाहन की पूजा, महाकाल की बरसेगी कृपा
पंचांग के अनुसार, फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि पर महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। पंचांग के अनुसार फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि की शुरुआत 8 मार्च को संध्याकाल 09 बजकर 57 मिनट पर होगी। इसका समापन अगले दिन 09 मार्च को संध्याकाल 06 बजकर 17 मिनट पर होगा। शिव जी की पूजा प्रदोष काल में की जाती है, इसलिए उदया तिथि देखना जरूर नहीं होता है। ऐसे में इस साल महाशिवरात्रि का व्रत 8 मार्च 2024 को रखा जाएगा।
इन मंत्रों का करें जाप
शिव लिंग पर जल चढ़ाते समय मंत्रों के जाप से भगवान शिव अत्यंत प्रसन्न होते हैं। जल चढ़ाने समय ऊं मृत्युभजाय नम: ऊं रंद्राय नम: ऊं शिवाय नम: मंत्र का जाप करें।