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राजकीय बाल सुधार गृह को चाइल्ड फ्रेंडली बनाएं, ताकि यहां बच्चों में सुधार आए: डॉ. रोशन जैकब

By संतोष सिंह 
Updated Date

लखनऊ। मंडलायुक्त डॉ. रोशन जैकब ने मंगलवार को राजकीय बाल गृह (बालिका) सिंधीखेड़ा पारा व राजकीय बाल गृह (बालक) मोहान रोड़ लखनऊ का स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के क्रम में सबसे पहले मंडलायुक्त राजकीय बाल गृह (बालिका) सिंधीखेड़ा पारा पहुंची। उन्होंने उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि बाल सुधार गृह को चाइल्ड फ्रेंडली बनाएं, ताकि वहां से जाने के बाद बच्चों में सुधार आए।

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मंडलायुक्त ने निर्देशित किया कि बाल गृह के काउंसलिंग कक्ष को चाइल्ड फ्रेंडली बनाना चाहिए, न कि जेल जैसा। बच्चों को यहां घर जैसा माहौल मिले। इसके लिए शहर के बुद्धिजीवियों व गणमान्य लोगों को समय-समय पर आमंत्रित कर बच्चों के मनोबल को बढ़ाने के लिए उनके द्वारा काउंसलिंग करने के निर्देश दिए ताकि बालक बालिकाएं सुधारात्मक आचरण को अपना सकें।

राजकीय बाल गृह (बालिका) सिंधीखेड़ा पारा के निरीक्षण के दौरान मंडलायुक्त ने सर्वप्रथम भोजन गृह का निरीक्षण किया। उन्होंने खाने की गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखने के लिए निर्देशित किया साथ ही भोजन तालिका के अनुरूप ही बच्चों को भोजन दिए जाने के निर्देश दिए। इसके उपरांत उन्होंने हेल्थ चेकअप कक्ष एवं डिस्पेंसरी का निरीक्षण किया जहां उन्होंने डॉक्टर एवं दवाइयों की उपलब्धता के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने निर्देशित किया कि राजकीय बाल गृह में बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं के लिए उनकी आवश्यकतानुसार अलग-अलग डाइट चार्ट बनाया जाए, जिससे खाने की डाइट में प्रोटीन एवं न्यूट्रिशनों की कमी न रहे।

मंडलायुक्त ने निर्देशित किया कि गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों के टीकाकरण के लिए ए0एन0एम0 एवं आंगनवाड़ी द्वारा काउंसलिंग एवं मॉनिटरिंग कराया जाना सुनिश्चित किया जाए ताकि कोई भी बच्चा टीकाकरण एवं कुपोषण से वंचित न रह पाए। इसके उपरांत मंडलायुक्त द्वारा कक्षा कक्ष का निरीक्षण किया गया जहां उन्होंने पठन-पाठन सामग्री की उपलब्धता के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने जिला विद्यालय निरीक्षक एवं बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया कि कोई भी बच्चा पढ़ाई से वंचित न रह जाए इसके लिए बेसिक शिक्षा से अध्यापकों की कमी न रहे।

इस दौरान मंडलायुक्त द्वारा राजकीय बाल गृह में उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन द्वारा संचालित सिलाई केंद्र एवं कंप्यूटर प्रशिक्षण केंद्र का निरीक्षण भी किया गया जहां उन्होंने बच्चों के कौशल विकास को लेकर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों एवं बाल संरक्षण पदाधिकारी को निर्देश दिए कि मानसिक दिव्यांग बच्चों को और बेहतर ढंग की सुविधा उपलब्ध कराया जाए। ऐसे बच्चे जो विद्यालय जा सकते हैं उन्हें विद्यालय भेजे जाने की व्यवस्था की जाए।

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निरीक्षण के दूसरे चरण में मंडलायुक्त डॉ0 रोशन जैकब द्वारा राजकीय बाल गृह (बालक) मोहान रोड लखनऊ का स्थलीय निरीक्षण किया गया। सर्वप्रथम उन्होंने शिक्षण कक्ष का निरीक्षण किया जहां उन्होंने बाल गृह में पठन-पाठन के लिए नियमित शिक्षक की व्यवस्था हेतु निर्देशित किया। निरीक्षण के दौरान बाल गृह के अधीक्षक ने मंडलायुक्त को जानकारी देते हुए बताया कि बाल गृह के सुरक्षा के दृष्टिगत और सुरक्षा कर्मियों की जरूरत है जिस पर मंडलायुक्त ने दो से तीन सुरक्षाकर्मियों की प्रतिनियुक्ति करने के निर्देश दिए ताकि बाल गृह की सुरक्षा में कोई कमी न रह सके।

मंडलायुक्त ने किचन, राशन स्टोर रूम का निरीक्षण किया जहां उन्होंने नियमित रूप से साफ सफाई की व्यवस्था रखने के निर्देश दिए। उन्होंने बाल गृह में सीएसआर फंड से कंप्यूटर लैब स्थापित कराने के निर्देश जिला विकास अधिकारी के लिए निर्देश दिए। इसके अलावा बच्चों की पढ़ाई के साथ-साथ मनोरंजन के लिए भी मंडलायुक्त ने निर्देशित किया जिस पर जिला प्रोबेशन अधिकारी ने मंडलायुक्त को अवगत कराया कि बाल गृह में स्मार्ट सिटी से बच्चों के व्यायाम के लिए जल्द ही जिम स्थापित कराया जाएगा।

मंडलायुक्त ने बच्चों के सोने के बेड को और बेहतर एवं आरामदेह बनाने के लिए निर्देश दिए। साथ ही प्रतिनियुक्त चिकित्सक को नियमित रूप से बाल गृह का भ्रमण कर बच्चों की नियमित चिकित्सकीय जांच करने के निर्देश दिए। उन्होंने बाल गृह में नियमित रूप से सफाई की व्यवस्था करने एवं शिकायत पेटी में प्राप्त शिकायतों की जांच कर कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए। साथ ही अधिकारियों को निर्देशित किया कि औचक निरीक्षण कर बच्चों की जांच करेंगे ताकि उनके साथ किसी प्रकार की घटना या प्रताड़ना नहीं हो सके। इस अवसर पर जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला प्रोबेशन अधिकारी, स्वास्थ्य विभाग, यूनिसेफ के प्रतिनिधि सहित अन्य संबंधित विभाग के अधिकारीगण उपस्थित रहे।

 

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