Maldives Controversy : पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी किए जाने के बाद भारत और मालदीव के बीच विवाद बढ़ता जा रहा है। भारत में भारी विरोध के बाद मालदीव ने अपमानजनक टिप्पणी करने वाले अपने तीन मंत्रियों को सस्पेंड कर दिया था। हालांकि, मंत्रियों के बयानों के बाद दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों में कड़वाहट आयी है। इसी बीच मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू (Maldives President Mohamed Muizzu) अपनी पहली राजकीय यात्रा पर चीन (China) पहुंचे हैं। जहां पर उन्होंने बड़ा बयान देते हुए चीन को मालदीव का मूल्यवान और अभिन्न सहयोगी बताया है।
पढ़ें :- कांग्रेस बाबा साहेब से ग़लत बर्ताव करती थी तो क्या आप भी करोगे...देश के प्रधानमंत्री का ये कैसा स्पष्टीकरण: केजरीवाल
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू (Maldives President Mohamed Muizzu) ने मालदीव में परियोजनाओं का संचालन करने वाली चाइना कम्युनिकेशंस कंस्ट्रक्शन कंपनी लिमिटेड के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। इसके बाद में मुइज्जू ने कम्युनिस्ट पार्टी फुजियान प्रांत इकाई के सचिव झोउ जुयी से मुलाकात की। मालदीव के राष्ट्रपति कार्यालय (President Office, Maldives) के मुताबिक मुइज्जू की इस यात्रा के दौरान मालदीव और चीन के बीच व्यापार, व्यावसायिक विकास और सामाजिक आर्थिक सहयोग बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर होगा। हालांकि, चीन ने अभी तक उनकी आधिकारिक यात्रा का कार्यक्रम जारी नहीं किया है। दूसरी तरफ मुइज्जू चीन यात्रा के दौरान भारत ने पीएम मोदी पर आपत्तिजनक टिप्पणी के मामले में मालदीव के राजनयिक को तलब किया।