नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Elections 2024 ) के गहमागहमी के बीच इंडिया गठबंधन (INDAI Alliance) के लिए बड़ी खबर सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (West Bengal Chief Minister Mamata Banerjee) ने नरम रुख अपनाते हुए कांग्रेस (Congress) को पांच सीटों की पेशकश की है। जिस पर जल्द ही फैसला लिया जा सकता है। बता दें कि सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस और टीएमसी के बीच कई दिनों से उठापटक चल रही थी । पश्चिम बंगाल (West Bengal) में सीट शेयरिंग के मुद्दे को सुलझाने के लिए तृणमूल कांग्रेस और कांग्रेस पार्टी एक बार फिर से पहल कर सकती हैं। बता दें, इससे पहले टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी (TMC supremo Mamata Banerjee) ने राज्य में अकेले लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Elections 2024 ) लड़ने का ऐलान किया था।
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अब खबर है कि ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) आाज शाम दिल्ली आ रही हैं। सूत्रों के अनुसार उनके कार्यक्रम में कांग्रेस की चेयरपर्सन सोनिया गांधी (Congress Chairperson Sonia Gandhi) से मुलाकात भी शामिल है। कहा जा रहा है कि दोनों दिग्गज नेताओं के बीच मुलाकात के दौरान सीट शेयरिंग पर फाइनल बातचीत होगी। अगर बात बनती है तो पश्चिम बंगाल में एक बार फिर से भाजपा का मुकाबला इंडिया गठबंधन से होगा।
अब खबर है कि ममता ने कांग्रेस को राज्य की पांच सीटों पर चुनाव लड़ने का ऑफर दिया है। दोनों पार्टियों का मानना है कि अगर वे साथ मिलकर लड़ेंगे तो कांग्रेस लेफ्ट के वोट बीजेपी को मिल सकते हैं। ऐसे में बेहतर है कि केरल की तर्ज पर आपसी सहमति से आमने-सामने लड़ें, ताकि बीजेपी के पक्ष में जाने वाले वोट बंट जाएं।
इंडिया गठबंधन (INDAI Alliance) का अहम मकसद किसी भी कीमत पर बीजेपी (BJP) और प्रधानमंत्री की जीत को रोकना है। यही वजह है कि पश्चिम बंगाल में अपने घोर विरोध के लिए मशहूर टीएमसी (TMC ) और लेफ्ट भी भारत गठबंधन में शामिल हैं। सीट बंटवारे पर सहमति न बन पाने के कारण ममता ने भारत गठबंधन छोड़ने का फैसला किया था। लेकिन अब एक बार फिर उन्होंने कांग्रेस के प्रति नरम रुख अपनाया है और 5 सीटों की पेशकश की है।
इससे पहले ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने कांग्रेस से दो सीटों पर चुनाव लड़ने को कहा था। ये वही दो सीटें थीं जिन पर कांग्रेस ने जीत हासिल की थी। लेकिन इस बार कांग्रेस नहीं मानी। इस दौरान दोनों पार्टियों की ओर से एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाजी भी तेज हो गई। इस बीच ममता बनर्जी ने आक्रामकता दिखाते हुए भारत गठबंधन से अलग होकर अपने दम पर लोकसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया।
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ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) का ये फैसला न सिर्फ इंडिया गठबंधन (INDAI Alliance) के लिए बल्कि कांग्रेस के लिए भी बड़ा झटका था। जिसके बाद गठबंधन के अस्तित्व पर सवाल उठने लगे। हालांकि कांग्रेस लगातार ममता बनर्जी के प्रति नरम रुख अपनाए हुए थी। कांग्रेस अध्यक्ष कई बार कह चुके हैं कि ममता बनर्जी गठबंधन का अभिन्न हिस्सा हैं, वहीं पार्टी के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश (JaiRam Ramesh) भी कह चुके हैं कि गठबंधन का मकसद बीजेपी को हराना है और समय आने पर सभी साथ आएंगे, ममता भी आएंगी उनके साथ रहो।