Mauni Amavasya 2022 : माघ के पवित्र माह में दान का बहुत महत्व है। आज का दिन स्नान, दान, पितृ दोष निवारण और अन्य धार्मिक कार्यों के लिए बहुत ही खास है। आज 1 फरवरी को मंगलवार के दिन मौनी अमावस्या है। प्रयागराज में हर साल लगने वाले माघ मेले में मौनी अमावस्या के पावन पर्व पर लाखों श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में स्नान करने को पहुंचते हैं। आज के दिन ग्रह नक्षत्रों का विशेष संयोग बन रहा है। आज के पवित्र दिन सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहा है। मान्यता है कि ये योग सभी इच्छाओं की पूर्ति करने वाला है। इसके अलावा सूर्य ,चंद्रमा, बुध, शनि एक साथ मकर राशि में रहेंगे, जिस वजह से चतुर्ग्रही योग का भी निर्माण हो रहा है। इस दिन मौन व्रत रखने का विशेष महत्व है।इस दिन मन की शुद्धि का प्रयास करना चाहिए।
पढ़ें :- Vijaya Ekadashi: जाने कब है विजया एकादशी, भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए करें ये उपाय
गंगा स्नान करें
आज के दिन गंगा नदी में स्नान करें। पवित्र नदियों में स्नान करते समय इन मंत्रों का मौन जाप करने से पुण्य फल की प्राप्ति होती है। केवल बंद होठों से ” ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः: तथा “ॐ नम: शिवाय ” मंत्र का जप करते हुए अर्घ्य देने से पापों का शमन एवं पुण्य की प्राप्ति होती है। इस अमावस्या के दिन भगवान शिव पार्वती के साथ बट यानी बरगद के पेड़ की पूजा की जाती है। सोमवती अमावस्या को रुई का स्पर्श नहीं करना चाहिए।सोमवती अमावस्या के दिन भोजन में नमक का प्रयोग नहीं करना चाहिए।