नई दिल्ली। भारतीय सेना (Indian Army) ने देपसांग में गश्त शुरू कर दी है। यह पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर दोनों देशों की सेनाओं के बीच तनाव वाला बिंदु था। सेना ने शुक्रवार को डेमचोक में गश्त शुरू हुई थी। उससे पहले पहले भारतीय और चीनी सैनिकों ने पूर्वी लद्दाख के इन दोनों तनाव वाले बिंदुओं से पीछे हटने की प्रक्रिया को पूरा किया। सरकार ने यह जानकारी शनिवार को दी।
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विदेश मंत्रालय (MEA) के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग के दौरान कहा कि चीन के साथ गश्त के समझौते के बाद डेमचोक और देपसांग में आपसी सहमति से गश्त शुरू हो गई है। गुरुवार को दोनों देशों के सैनिकों ने एलएसी (LAC) पर दिवाली के मौके पर मिठाइयों का आदान-प्रदान किया। यह परंपरा उस समय पूरी की गई, जब दोनों देशों ने डेमचोक और देपसांग पर सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया को पूरा किया। जिससे दोनों देशों के संबंधों में नरमी देखने को मिल रही है।
सूत्रों ने पहले बताया था कि गश्त की स्थिति को 2020 से पहले के स्तर पर वापस लाए जाने की उम्मीद है। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने 21 अक्तूबर को दिल्ली में कहा था कि भारत और चीन के बीच कई हफ्तों से बातचीत के बाद एक समझौता किया गया है, जो 2020 में हुई समस्याओं के समाधान की दिशा में ले जाएगा। यह समझौता पूर्वी लद्दाख में एलएसी (LAC) के साथ गश्त और सैनिकों को पीछे हटाने की प्रक्रिया पर आधारित है।