नई दिल्ली। बॉलीवुड एक्टर नसीरुद्दीन शाह (Bollywood Actor Naseeruddin Shah) अक्सर चर्चित मुद्दों पर अपनी राय बेबाक राय से मीडिया की सुर्खियों में बने रहते हैं। फिल्म इंडस्ट्री की बात हो या फिर देश की, वह चुप रहने वालों में से नहीं हैं। हाल ही में एक इंटरव्यू में उन्होंने देश के मुसलमानों से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के बारे में काफी कुछ कहा है। जिसकी अब खूब चर्चा हो रही है। एक्टर ने कहा कि मुसलमानों को हिजाब और सानिया मिर्जा (Sania Mirza) की स्कर्ट की चिंता छोड़ पढ़ाई-लिखाई पर ध्यान देने की जरूरत है।
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नसीरुद्दीन शाह (Naseeruddin Shah) ने पत्रकार करण थापर (Journalist Karan Thapar) को दिए इंटरव्यू में में जब पूछा कि वह किसी दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस्लामिक टोपी पहने देखना चाहेंगे। तो उन्होंने इसे एक इशारा बताते हुए कहा कि इससे मुसलमानों को यह संदेश मिलेगा कि मोदी को उनसे कोई दुश्मनी नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि अगर वह मुसलमानों को इस बात के लिए राजी कर पाते हैं तो यह उनके लिए बहुत बड़ी मदद होगी।
पीएम मोदी ने मान लिया था कि वह लाइफाटइम प्रधानमंत्री रहेंगे, लेकिन अब उन्हें सत्ता साझा करने पड़ेगी
नसीरुद्दीन शाह (Naseeruddin Shah) ने कहा कि मोदी पिछले कई सालों से कम समझदारी वाली बातें कर रहे हैं। अगर प्रधानमंत्री मानते हैं कि उन्हें भगवान ने भेजा है या वह खुद भगवान हैं, तो इससे सभी को डर जाना चाहिए।’ एक्टर ने कहा कि पीएम मोदी (PM Modi) ने ये मान लिया था कि वह लाइफाटइम प्रधानमंत्री रहेंगे लेकिन अब उन्हें सत्ता साझा करने पड़ेगी, जो उनके लिए एक कड़वी बात होगी।
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पीएम मोदी की मुस्कान और मगरमच्छ के आंसू मुझे कभी भी लुभा नहीं पाए
नसीरुद्दीन शाह (Naseeruddin Shah) ने आगे कहा कि जब उन्हें इस बात की जानकारी हुई कि भाजपा ने अपना बहुमत खो दिया है और लोकसभा में उनकी स्थिति 10 साल में सबसे खराब है, तो उनकी पहला रिएक्शन था कि वह खुशी मनाएं। इसके अलावा जब सवाल किया गया कि क्या पीएम मोदी के लिए पुराने मोदी से नए मोदी में बदलना आसान होगा या मुश्किल, तो एक्टर ने जवाब दिया कि यह प्रधानमंत्री के लिए बहुत मुश्किल काम हो सकता है।वह उतने अच्छे एक्टर नहीं हैं। उनकी मुस्कान और मगरमच्छ के आंसू मुझे कभी भी लुभा नहीं पाए। वह नए मोदी बनने की एक्टिंग नहीं कर सकते।
मुसलमानों को मदरसों के बजाय शिक्षा और नए-नए विचारों की चिंता करनी चाहिए
नसीरुद्दीन शाह ने आगे मुस्लिम समुदाय के भाईचारे से जुड़े मुद्दों पर भी जोर देते हुए कहा कि मुसलमानों को मदरसों के बजाय शिक्षा और नए-नए विचारों की चिंता करनी चाहिए। मोदी का विरोध करना बहुत आसान है। उन्होंने कहा कि सच तो यह है कि मोदी के सत्ता में आने से पहले भी इस देश में बहुत कुछ गलत था। हमारे देश में हमेशा से ही धर्मों के बीच दुश्मनी की भावना रही है।