NATO Secretary General Mark Rutte : भारत और चीन को कड़े संदेश में नाटो महासचिव मार्क रूट (NATO Secretary General Mark Rutte) ने कहा कि यदि ब्राजील, चीन और भारत जैसे देश रूस के साथ व्यापार करना जारी रखते हैं तो उन पर द्वितीयक प्रतिबंध बहुत भारी पड़ सकते हैं। खबरों के अनुसार, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (US President Donald Trump) के इस रुख को दोहराते हुए कि अगर मास्को यूक्रेन में संघर्ष को समाप्त नहीं करता है, तो रूस के साथ व्यापारिक संबंध बनाए रखने वाले देशों पर आर्थिक प्रतिबंध लगाए जाएँगे, नाटो महासचिव मार्क रूट (NATO Secretary General Mark Rutte) ने मंगलवार (स्थानीय समय) को भारत, चीन और ब्राज़ील से रूस के साथ अपने आर्थिक संबंधों पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया और संभावित द्वितीयक प्रतिबंधों (secondary sanctions) की चेतावनी दी
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एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में, रूट ने सीनेट नाटो ऑब्जर्वर ग्रुप (Senate NATO Observer Group) के सह-अध्यक्ष, अमेरिकी सीनेटर थॉम टिलिस (US Senator Thom Tillis) और जीन शाहीन के साथ बात करते हुए, स्थिति की तात्कालिकता पर ज़ोर दिया और ट्रम्प द्वारा यूक्रेन को वायु रक्षा प्रणालियों, मिसाइलों और गोला-बारूद सहित सैन्य सहायता बढ़ाने की घोषणा का उल्लेख किया। रूट ने कहा, “कल जो हुआ वह महत्वपूर्ण था। सबसे पहले, अमेरिका अब यूक्रेन को हथियार देगा, न केवल वायु रक्षा, बल्कि मिसाइलें और गोला-बारूद भी, जिनका भुगतान यूरोपीय करेंगे। और दूसरी बात, राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि अगर रूस 50 दिनों के भीतर शांति वार्ता के लिए गंभीर नहीं होता है, तो वह भारत, चीन और ब्राज़ील जैसे देशों पर द्वितीयक प्रतिबंध लगा देंगे।”
रूट ने कहा, “यदि आप चीन के राष्ट्रपति हैं, भारत के प्रधानमंत्री हैं, या ब्राजील के राष्ट्रपति हैं, और आप रूस के साथ व्यापार करना जारी रखते हैं तथा उनका तेल और गैस खरीदते हैं, तो आपको पता है: यदि मास्को में बैठा व्यक्ति शांति वार्ता को गंभीरता से नहीं लेता है, तो मैं 100 प्रतिशत द्वितीयक प्रतिबंध लगा दूंगा।”