Advertisement
  1. हिन्दी समाचार
  2. क्षेत्रीय
  3. Nawada Dalit Tola Fire: बिहार के नवादा में दबंगों ने फायरिंग के बाद दलितों के 80 घर फूंके; विपक्ष ने नीतीश सरकार को घेरा

Nawada Dalit Tola Fire: बिहार के नवादा में दबंगों ने फायरिंग के बाद दलितों के 80 घर फूंके; विपक्ष ने नीतीश सरकार को घेरा

By Abhimanyu 
Updated Date

Nawada Dalit Tola Fire: बिहार की नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार राज्य में भले ही सुशासन की बात करती हो, लेकिन नवादा जिले की घटना ने इन दावों की पोल खोल दिया है। यहां पर मुफस्सिल थाना क्षेत्र के ननौरा के पास स्थित कृष्णा नगर दलित बस्ती को दबंगों ने आग के हवाले कर दिया। इस घटना में करीब 80 घर इस आग में जलकर खाक हो गए। हालांकि, पुलिस का कहना है कि सिर्फ 20 घर ही आग में जले हैं।

पढ़ें :- दलित एवं पिछड़े बहुजन-हित को लेकर प्रस्ताव छलावा व अविश्वसनीयता से ग्रस्त...कांग्रेस के अधिवेशन पर मायावती ने साधा निशाना

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गांव में जमीन के एक हिस्से पर फिलहाल दलित परिवारों का कब्जा है। इस जमीन पर कब्जे को लेकर दूसरे पक्ष से विवाद चल रहा है। जिसको लेकर दबंगों ने बुधवार की शामदलित परिवारों के साथ मारपीट की। इस दौरान आरोपियों ने फायरिंग की और पीड़ितों के घरों को आग के हवाले कर दिया। पीड़ित परिवारों का आरोप है कि बुधवार की शाम अचानक दबंगों ने हमला कर दिया। मारपीट के साथ उनके घरों में आग लगा दी गई। आग लगने की सूचना मिलने के बाद फायर ब्रिगेड को भेजा गया है। इस मामले में पुलिस ने 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

विपक्ष ने नीतीश सरकार को घेरा

नवादा की घटना पर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने एक्स पोस्ट में लिखा, “महा जंगलराज महा दानवराज महा राक्षसराज। नवादा में दलितों के 100 से अधिक घरों में लगाई आग। नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार के राज में बिहार में आग ही आग। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बेफिक्र, NDA के सहयोगी दल बेखबर। गरीब जले, मरे-इन्हें क्या? दलितों पर अत्याचार बर्दाश्त नहीं होगा।”

पढ़ें :- अखिलेश ने मायावती को दिया बड़ा झटका, बसपा सरकार में मंत्री रहे दद्दू प्रसाद सपा में शामिल

इस घटना पर यूपी की पूर्व सीएम और बसपा सुप्रीम मायावती ने भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने एक्स पोस्ट में लिखा, “बिहार के नवादा में दबंगों द्वारा गरीब दलितों के काफी घरों को जलाकर राख करके उनका जीवन उजाड़ देने की घटना अति-दुखद व गंभीर। सरकार दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करने के साथ ही पीड़ितों को पुनः बसाने की व्यवस्था के लिए पूरी आर्थिक मदद भी करे।”

Advertisement