पुणे पोर्शे एक्सीडेंट मामले में नाबालिग लड़के ने दावा किया है कि दुर्घटना के वक्त कार ड्राईवर चला रहा था। दुर्घटना के समय आरोपी के साथ उसके दो दोस्त भी मौजूद थे उसके साथियों ने भी इस दावे का समर्थन किया है।
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आपको बता दें कि नाबालिग आरोपी पिता एस्टेट डिवलेपर विशाल अग्रवाल का बेटा है। पुणे के कल्याणी नगर में तेज रफ्तार कार से बाइक सवार दो इंजीनियरों की मौके पर ही मौत हो गई थी।
पुलिस का कहना है कि नाबालिग आरोपी नशे में ढाई करोड़ की सुपरकार चला रहा था। एक दिन पहले ही पुणे की कोर्ट ने आरोपी की जमानत कैंसिल कर दी और उसे पांच जून के लिए हिरासत में भेज दिया गया। जुवेनाइल बोर्ड ने आरोपी को निंबध लिखने और सात हजार पांच सौ रुपये का बॉन्ड भरकर जमानत देने का आदेश दिया था।
हालंकि वंचित बहुजन अघाड़ी पार्टी के चीफ प्रकाश अंबेडकर ने इस केस में सवाल खड़े कर दिए। पुलिस फैमिली ड्राइवर से पूछताछ कर रही है। ड्राइवर ने पहले बयान में ही कहा था कि दुर्घटना के वक्त ड्राइवर ही कार चला रहा था। विशाल अग्रवाल का मोबाइल जब्त कर लिया गया है और इस मामले से संबंधित जानकारी इकट्ठा करने की कोशिश की जा रही है।
पुणे क्राइम ब्रांच ने आरोपी नाबालिग के दादा सुरेन्द्र अग्रलाल से भी पूछताछ की।मामले में नया अपडेट यह है कि, जिस फैमिली ड्राइवर के कार चलाने की बात कही जा रही थी, उससे पुलिस ने गुरुवार को फिर से पूछताछ की। फैमिली ड्राइवर ने अपने पहले बयान में दावा किया था कि दुर्घटना के समय वह पोर्श चला रहा था। विशाल अग्रवाल ने भी दावा किया है कि उनके द्वारा नियुक्त ड्राइवर ही पोर्श चला रहा था।