नई दिल्ली। संसद में अविश्वास प्रस्ताव (No Confidence Motion) पर चर्चा के दौरान बुधवार को लोकसभा में गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने महाराष्ट्र के विदर्भ (Vidarbha of Maharashtra) की कलावती बंदुरकर का जिक्र किया। अमित शाह (Amit Shah) ने दावा किया कि राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने जिन कलावती (Kalavati) के घर भोजन किया था, उसकी मदद राहुल ने नहीं पीएम मोदी (PM Modi) ने की। शाह के इस बयान के बाद कलावती (Kalavati) यवतमाल (Yavatmal) की विधवा किसान कलावती चर्चा में आ गईं। अब कलावती (Kalavati) ने एक न्यूज चैनल से की बातचीत में दावे की सच्चाई बताई है। कलावती (Kalavati) ने अमित शाह (Amit Shah) के दावों पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने बताया कि उन्हें कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से मुलाकात के बाद ही मदद मिली थी। बीजेपी से इसका कोई लेना देना नहीं है।
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‘मोदी सरकार झूठ बोल रही है'
गृहमंत्री अमित शाह के सदन में बोले गये झूठ की पोल ख़ुद कलावती ने ख़ुद ही खोल दी pic.twitter.com/KDpCXWPAqN
— Priya singh (@priyarajputlive) August 10, 2023
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संसद में अमित शाह ने क्या कहा था?
अमित शाह (Amit Shah) ने कहा, एक बार राहुल बुंदेलखंड (Bundelkhand) की रहने वाली गरीब महिला कलावती (Kalavati) के घर भोजन करने गए। इसके बाद सदन में गरीबी का वर्णन किया। इसके बाद उनकी सरकार आई, लेकिन मैं पूछता हूं कि उनकी सरकार ने उस गरीब महिला कलावती के लिए क्या किया? अमित शाह (Amit Shah) ने कहा कि उस गरीब कलावती को घर, बिजली, गैस, अनाज आदि देने का काम नरेंद्र मोदी ने किया। उन्होंने कहा कि आप जिस कलावती के घर भोजन के लिए, उनको भी मोदी जी पर भरोसा है। वो मोदी जी के साथ खड़ी हैं। हालांकि, गौर करने वाले बात ये है कि अमित शाह (Amit Shah) ने कलावती को बुंदेलखंड (Bundelkhand) का बताया, जबकि राहुल ने जिन कलावती के घर पर भोजन किया था, वह यवतमाल की हैं।
कलावती ने क्या कहा?
अमित शाह (Amit Shah) के दावे के बाद न्यूज चैनल यवतमाल में रह रहीं कलावती (Kalavati) के घर पहुंचा। उन्होंने कलावती (Kalavati) से अमित शाह के दावे को लेकर सवाल किया तो वो बोलीं कि उन्हें कांग्रेस सांसद राहुल गांधी से मुलाकात के बाद ही मदद मिली थी। कांग्रेस की उस मदद से BJP का कोई लेना देना नहीं है। कलावती (Kalavati) के बेटे प्रीतम बंदुरकर ने बताया। उस समय हमारी हालत बहुत खराब थी। हम सात बहनें और दो भाई थे, पापा गुजर गए थे। हमारी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी, हम लोग काम करने खेत में जाते थे। जैसे-तैसे बस गुजरा चल रहा था, लेकिन कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Congress MP Rahul Gandhi) के हमारे यहां आने के बाद हमारी स्थिति बदल गई। तब वो किसानों से मिलने हमारे इलाके में आए थे और अचानक हमारे घर भी आ गए। यहां आने के बाद उन्होंने हमारी पैसे से मदद की। उन्होंने हमें 30 लाख की एफडी दी। फिर घर मंजूर हुआ, पानी और लाइट दी। उन्हें उस समय जो कुछ भी मिला था, केवल और केवल राहुल गांधी की वजह से ही मिला था।
जानें कौन हैं कलावती?
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कलावती यवतमाल के जालका गांव की रहने वाली हैं। कर्ज से परेशान कलावती के पति परशुराम ने आत्महत्या कर ली थी। राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने साल 2008 में कलावती से मुलाकात की थी। इस मुलाकात के बाद कलावती चर्चा में आ गई थीं। कलावती ने पिछले साल बीबीसी को दिए इंटरव्यू में बताया था कि राहुल ने उन्हें तीन लाख का चेक दिया था। इसके बाद उनके खाते में 30 लाख रुपये डाले गए थे। कलावती ने बताया कि राहुल से मिलने के बाद किस तरह से उनका जीवन बदल गया। वे पहले झोपड़ी में रहती थीं, लेकिन अब उनके पास पक्का घर है।