‘One Nation, One Election’ bill introduced in Lok Sabha: आज आखिरकार संविधान संशोधन 129 वां बिल और यूनियन टेरिटरी लॉज अमेंडमेंट बिल लोकसभा में पेश हो गया है। कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने इस बिल को संसद के निचले सदन में पेश कर दिया है। कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, टीएमसी समेत कई विपक्षी दलों ने इस बिल का विरोध किया है।
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कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने वन नेशन, वन इलेक्शन बिल को संविधान के मूल ढांचे पर आघात बताया है। तिवारी ने कहा कि इंडिया स्टेट का यूनियन है और यह बिल इसका उल्लंघन है। समाजवादी पार्टी के सांसद धर्मेंद्र यादव ने कहा कि दो दिन पहले संविधान की कसमें खाने में कोई कसर नहीं रखी। दो ही दिन के अंदर संघीय ढांचे के खिलाफ ये बिल लाए हैं। बाबा साहब से अधिक विद्वान इस सदन में भी कोई नहीं बैठा है। संविधान की मूल भावना के खिलाफ जाकर तानाशाही लाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
आईयूएमएल नेता ई टी मोहम्मद बशीर, शिवसेना सदस्य अनिल देसाई ने बिल का विरोध किया है। सदन में बिल का विरोध करते हुए टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने इसे संविधान पर आघात बताते हुए कहा कि ये अल्ट्रा वायरस है। कल्याण बनर्जी ने कहा कि संसद के पास कानून बनाने का पावर है। राज्य विधानसभा के पास भी कानून बनाने का अधिकार है।
टीएमसी सांसद ने कहा कि ऑटोनॉमी देश की विधानसभाओं को दूर ले जाएगी, ये संविधान विरोधी है। ये जो कर रही है, वह रूलिंग पार्टी है। एक दिन हम इसे बदल देंगे। यह इलेक्शन रिफॉर्म नहीं है, यह एक जेंटलमैन का डिजायर पूरा करने की कोशिश है।