Paan Ke Patte Ka Kismat Konnection : पान के पत्ते देखने में जितने सुंदर लगते है ये उतने ही गुणकारी होते है। स्वास्थ्य के साथ साथ ये हरे पत्ते किस्मत को सोना जैसा चमका देते है। पान में चमत्कारी शक्तियां पाई जाती है। पान में ब्रम्हाणीय ऊर्जा पायी जाती है। ये ऊर्जा अत्यधिक चमत्कारी होती है। सनातन धर्म में पूजा, पाठ ,अनुष्ठान में और किसी भी धार्मिक कर्मकांड में पान की पत्तियों को देवी देवताओं को अर्पित किया जाता है। पान के पत्तों को ताजगी और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है।यह मान्यता है कि पान के पत्तों में देवी-देवताओं का वास होता है। जानिए पान के पत्तों का इस्तेमाल करने से पहले किन जरूरी बातों का ध्यान रखना चाहिए।
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1.स्कंद पुराण के अनुसार पान के पत्तों की उत्पत्ति समुद्र मंथन के दौरान हुई थी और सर्वप्रथम समुद्र देव की पूजा में पान के पत्ते का उपयोग किया गया था। तभी से ही यह प्रथा लगातार चली आ रही है।
2.ताम्बूल अर्थात पान होता है। पान का दान करने से मनुष्य पापों से छुटकारा पा जाता है, जबकि पान खाने से पाप होता है। वह पाप पान (ताम्बूल) दान करने से नष्ट हो जाता है।
3.भगवान शिव को अर्पित करें विशेष पान: इस विशेष पान में केवल कत्था, गुलकंद, सौंफ, खोपरे का बुरा और सुमन कतरी डली हुई होती है। महादेव का पूजन कर नैवेद्य के पश्चात उनको पान अर्पण करें।
4.पान के पत्ते पर कपूर रखकर भगवान की आरती करने से घर की नकारात्मक ऊर्जा खत्म हो जाती है और घर में खुशहाली आती है।