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इस्लामाबाद: पाकिस्तान असुरक्षित और खतरनाक देश है। मुल्क में आतंक और अराजकता का स्तर इसी बात से लगाया जा सकता है कि पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में बीच-बाजार से अफगानिस्तान के राजदूत नजीबुल्लाह अलीखिल की बेटी सिलसिला का अपहरण कर लिया गया। इतना ही नहीं सरे राह अपहरण के बाद उसे पांच घंटों तक बुरी तरह से टॉर्चर किया गया। लूली लंगडी इमरान खान सरकार इस दौरान हाथ पर हाथ धड़े बैठी रही। नजीबुल्लाह अलीखिल ने खुद इस खौफनाक दास्तान को बताया है और सिलसिला के साथ जो कुछ हुआ है, उसे जानकर आपके होश फाख्ता हो जाएंगे।
अफगानिस्तान के पाकिस्तान में राजदूत नजीबुल्लाह है और उनकी बेटी का नाम सिलसिला अलीखिल है, जो 26 साल की हैं। इस्लामाबाद स्थित अफगान दूतावास में पूरा परिवार रहता है। बेटी सिलसिला इस्लामाबाद के काफी ज्यादा पॉश माने जाने वाले बाजार में कुछ काम से गईं थीं। वहां, कुछ लोगों ने उनका अपहरण कर लिया।वहां मौजूद पुलिस ने कुछ नहीं किया। अपहरणकर्ता कहीं सुनसान इलाके में ले जाकर उसे टॉर्चर करना शुरू कर देते हैं। करीब पांच घंटे तक सिलसिला को बुरी तरह से पीटा जाता है और फिर उसे एक रास्ते पर गले में एक चिट्ठी और पचास रूपये के एक पाकिस्तानी नोट के साथ फेंक दिया जाता है।
सिलसिला को बेहद गंभीर हालत में इस्लामाबाद अस्पताल में भर्ती कराया जाता है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मेडिकल रिपोर्ट में बताया गया है कि सिलसिला को बर्बर तरीके से टॉर्चर किया गया है। उसके पैरों की हड्डियों को तोड़ दिया गया है और कलाईयों में कई फ्रैक्चर हैं। उसके घुटनों में काफी चोट है। मेडिकल रिपोर्ट के मुताबिक सिलसिला की कलाई में काफी जोर से रस्सी बांधी गई थी और मुंह में कपड़ा ठूंसकर उसे बहुत बुरी तरह से पीटा गया था। लेकिन, अपहरणकर्ता कौन थे और सिलसिला पुलिस को कैसे मिली, इन सबकी कोई जानकारी पाकिस्तान सरकार ने अब तक नहीं दी है। इस बात का भी पता नहीं लगा है कि सिलसिला को क्यों अगवा किया गया और उसे छोड़ क्यों दिया गया?
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अफगानिस्तान के राजदूत ने ट्विटर पर लिखा है कि ‘उनकी बेटी के साथ क्रूरतम व्यवहार किया गया है, उसे बुरी तरह से टॉर्चर किया गया है, अल्लाह के आशीर्वाद से वो बच गई है’। लेकिन, सवाल ये उठता है कि आखिर किसी देश के राजदूत की बेटी को भला कोई भी संगठन कैसे अगवा कर सकता है, बिना सरकार की मर्जी के?
सिलसिला के साथ पाकिस्तान में 5 घंटे तक जो हुआ, उसने इमरान खान को पूरी तरह से बेनकाब कर दिया है और इस घटना से एक बार फिर साबित हो रहा है कि पाकिस्तान अपने मकसद को पाने के लिए बहू- बेटियों को अगवा करने या उन्हें मारने से भी पीछे नहीं हटेगा।