Advertisement
  1. हिन्दी समाचार
  2. एस्ट्रोलोजी
  3. पंचांग • मंगलवार, 28 सितंबर, 2021

पंचांग • मंगलवार, 28 सितंबर, 2021

By प्रीति कुमारी 
Updated Date

पंचांग • मंगलवार, 28 सितंबर, 2021

पढ़ें :- मंगलवार को करते हैं भगवान हनुमान जी की पूजा और व्रत, तो जरुर पता होनी चाहिए ये बातें

विक्रम संवत – 2078, आनंद
शक संवत – 1943, प्लावस
पूर्णिमांत – अश्विनी
अमंत मास – भाद्रपद

तिथि
कृष्ण पक्ष सप्तमी – 27 सितंबर 03:43 अपराह्न – 28 सितंबर 06:17 अपराह्न
कृष्ण पक्ष अष्टमी – 28 सितंबर 06:17 अपराह्न – 29 सितंबर 08:29 अपराह्न

नक्षत्र
मृगशीर्ष – 27 सितंबर 05:41 अपराह्न – 28 सितंबर 08:44 अपराह्न
आर्द्रा – 28 सितंबर 08:44 अपराह्न – 29 सितंबर 11:26 अपराह्न

करण
बावा – 28 सितंबर 05:02 पूर्वाह्न – 28 सितंबर 06:17 अपराह्न
बलवा – 28 सितंबर 06:17 अपराह्न – 29 सितंबर 07:27 पूर्वाह्न

पढ़ें :- 19 नवम्बर 2024 का राशिफल: इन राशि के लोगों को मिलेगा भाग्य का साथ

योग
व्यतिपता – 27 सितंबर 04:51 अपराह्न – 28 सितंबर 05:50 अपराह्न
वरियान – 28 सितंबर 05:50 अपराह्न – 29 सितंबर 06:34 अपराह्न

त्यौहार और व्रत
महालक्ष्मी व्रत समाप्त

सूर्य और चंद्रमा का समय
सूर्योदय – 6:21 AM
सूर्यास्त – 6:13 अपराह्न
चंद्रोदय – 28 सितम्बर 11:17 अपराह्न
चंद्रास्त – 28 सितंबर 12:30 अपराह्न

अशुभ काल
राहु – 3:15 अपराह्न – 4:44 अपराह्न
यमगंडा – 9:19 पूर्वाह्न – 10:48 पूर्वाह्न
गुलिक – 12:17 अपराह्न – 1:46 अपराह्न
दुर मुहूर्त – 08:43 पूर्वाह्न – 09:31 पूर्वाह्न, 11:04 अपराह्न – 11:53 अपराह्न
वर्ज्यम – 06:05 पूर्वाह्न – 07:51 पूर्वाह्न

शुभ मुहूर्त
अभिजीत मुहूर्त – 11:53 अपराह्न – 12:41 अपराह्न
अमृत ​​काल – 10:49 पूर्वाह्न – 12:37 अपराह्न
ब्रह्म मुहूर्त – 04:45 पूर्वाह्न – 05:33 पूर्वाह्न

पढ़ें :- Tulsi Mala : तुलसी माला धारण के ये है नियम , ये ग्रह मजबूत होते  है

आनंददी योग
राक्षस तक – 08:44 अपराह्न

सूर्या रसी
कन्या (कन्या) में सूर्य

चंद्र रासी
मिथुन राशि में प्रवेश करने से पहले चंद्रमा 28 सितंबर, 07:14 AM तक वृषभ राशि में भ्रमण करता है

चंद्र मास
अमंता – भाद्रपद
पूर्णिमांत – अश्विनी
शक वर्ष (राष्ट्रीय कैलेंडर) – अश्विना 6, 1943
वैदिक ऋतु – वर्षा (मानसून)
ड्रिक रितु – शरद (शरद ऋतु)

शुभ योग
द्विपुष्कर – 28 सितंबर 06:21 पूर्वाह्न – 28 सितंबर 06:17 अपराह्न (मृगशीर्ष, सप्तमी और मंगलवार)

चंद्राष्टम
१. चित्रा अंतिम २ पदम, स्वाति, विशाखा प्रथम ३ पदम

पढ़ें :- Mokshada Ekadashi 2024: मोक्षदा एकादशी पर भगवान श्रीहरि की कृपा बरसती है , जानें तिथि - शुभ मुहूर्त और पूजन विधि
Advertisement