नई दिल्ली। भारत की स्टार रेसलर विनेश फोगाट ने पेरिस ओलंपिक (Paris Olympics) में शानदार प्रदर्शन करते हुए फाइनल में जगह बना ली है। विनेश ने महिला कुश्ती के 50 किग्रा फ्रीस्टाइल के सेमीफाइनल मुकाबले में क्यूबा की पहलवान युसनेइलिस गुजमैन को 5-0 से करारी पटखनी दी। इसके साथ ही उन्होंने ओलंपिक में महिला कुश्ती के फाइनल तक पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान होने का इतिहास रच दिया। जीत के लिए हर कोई उन्हें बधाई दे रहा है।
पढ़ें :- भारत ने द. अफ्रीका को नौ विकेट से हराकर जीती सीरीज, यशस्वी ने जमाया शतक, कोहली-रोहित का पचासा
विनेश ने इतिहास रच दिया है. विनेश महिला कुश्ती में ओलंपिक के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बन गई हैं.
आज सब भारतीयों की आंखों में आसूं हैं.
ये देश की बेटियां हैं, जिन्होंने हमेशा ही देश की शान बढ़ाई है. जिन लोगों ने हमेशा इन बेटियों की राह में कांटे बिछाए… pic.twitter.com/NJ8t4p4h0Y
— Bajrang Punia
(@BajrangPunia) August 6, 2024 पढ़ें :- Indigo Crisis : राहुल गांधी की बातों पर सरकार ने गौर किया होता तो हवाई यात्रा करने वालों को इतनी तकलीफें न उठानी पड़ती
देश के स्टार पहलवान बजरंग पुनिया (Brij Bhushan) ने विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) की जीत पर बधाई दी और उम्मीद जताई कि वे फाइनल में गोल्ड जीतेंगी। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि चुनाव नजदीक होने के कारण एमपी का बचाव किया गया और विनेश जैसी खिलाड़ियों को न्याय नहीं मिला। बजरंग पुनिया (Brij Bhushan) ने कहा कि विनेश ने इतिहास रच दिया है। विनेश महिला कुश्ती में ओलंपिक के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बन गई हैं।
बजरंग पुनिया (Brij Bhushan) ने कहा कि आज सब भारतीयों की आंखों में आसूं हैं। ये देश की बेटियां हैं, जिन्होंने हमेशा ही देश की शान बढ़ाई है। जिन लोगों ने हमेशा इन बेटियों की राह में कांटे बिछाए हैं, वे कम से कम इन बेटियों से सबक लेंगे और आगे इन बेटियों के राह में कांटे बीजने से बाज आएंगे।
विनेश की जीत पर समझ नहीं पा रहा हूं कि कैसे रिएक्ट करूं? पहली बार समझ नहीं लग रहा कि हम खुश हो रहे हैं या रो रहे हैं। सारा भारत ही इस मेडल की बाट देख रहा है। हर किसी की आंखें नम हैं। ऐसा लग रहा है जैसे विनेश अकेली नहीं बल्कि सारे ही देश की सभी महिलाएं लड़ रही हों। विनेश, आप सच में ही रिकॉर्ड कायम करने के लिए पैदा हुई हैं। इतनी मुश्किलें झेलने के बाद भी आप लक्ष्य पर आंख गड़ोए बैठी हो। हमारी यही दुआ है कि बस ये सोना भारत आए।